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वाराणसी में 14 स्थानों पर जीवंत हुई प्रभु यीशु की क्रूस पथ की झांकी

मसीहियों ने प्रभु के सात वचनों को आत्मसात करने का वचन लिया। काशी धर्म प्रांत के बिशप फादर यूजीन जोसेफ की अगुवाई में मसीहियों को दुखभोग की गाथा सुनाई गई। फिर प्रार्थना हुई। सभी ने मुक्ति के प्रतीक क्रूस की उपासना की। बिशप ने परम प्रसाद विधि की पूजा की। प्रभु यीशु के शरीर के प्रतीक रोटी को मसीहियों में बांटा गया।

येरुसलेम के राजा पीलातुस ने प्रभु यीशु को प्राणदंड दिया। इसके बाद प्रभु यीशु के कंधे पर क्रूस लादा गया। जब वह गिरते तो सिपाही उन पर कोड़े बरसाते। मां मरियम और येरुसलेम की महिलाएं व उन्हें चाहने वाले ये दृश्य देख बिलखत उठते। सिपाहियों ने उन्हें क्रूस पर चढ़ाया और हाथ-पैरों में कील ठोंका। प्रभु यीशु को प्राणदंड देने से लेकर क्रूस पर चढ़ाए जाने तक 14 स्थानों पर उन्हें दी गईं यातनाओं का मंचन देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।

शुक्रवार को गुड फ्राइडे पर कैंटोनमेंट स्थित महागिरजा में एक घंटे की झांकी में प्रभु यीशु पर येरुसलेम में हुए यातनाओं का मंचन किया गया। पूरे दिन उपवास रखकर मसीही चर्च पहुंचे थे। तीन बजे से चर्च की नाट्य मंडली के कलाकारों ने प्रभु यीशु की झांकी को देखने के लिए भीड़ उमड़ी थी। उन्होंने प्रभु यीशु को 14 स्थानों पर दिए गए यातनाओं को मार्मिकता से दर्शाया। चर्च परिसर में 14 स्थानों की झांकी भी सजाई गई है। साथ में बच्चे बैंगनी रंग के कपड़े से ढके क्रूस और ज्योति लेकर चल रहे थे।

इस दौरान मसीहियों ने प्रभु के सात वचनों को आत्मसात करने का वचन लिया। काशी धर्म प्रांत के बिशप फादर यूजीन जोसेफ की अगुवाई में मसीहियों को दुखभोग की गाथा सुनाई गई। फिर प्रार्थना हुई। सभी ने मुक्ति के प्रतीक क्रूस की उपासना की। बिशप ने परम प्रसाद विधि की पूजा की। प्रभु यीशु के शरीर के प्रतीक रोटी को मसीहियों में बांटा गया।

वहीं, लाल चर्च, सिगरा के सेंट पॉल चर्च, तेलियाबाग, सेंट थॉमस चर्च गिरजाघर में दिन में 12 से तीन बजे तक पादरियों ने प्रभु यीशु की यातनाओं और उनके कहे सात वचनों का वर्णन किया। शनिवार रात 10:30 बजे महागिरजा में प्रभु यीशु के पुनरुत्थान का पर्व मनाया जाएगा। जबकि सीएनआई चर्चों में शनिवार को शाम पांच बजे से रविवार सुबह पांच बजे तक बाइबिल पाठ होगा।

यीशु का पात्र बने थे नितिन

महागिरजा में हुए नाट्य मंचन में नितिन प्रभु यीशु की भूमिका में थे। बीएड की पढ़ाई कर रहे नितिन ने बताया कि मैंने दूसरी बार प्रभु यीशु की भूमिका निभाई है। ये उन्हीं का आशीष है कि मुझे ये मौका मिला। ईशा चार्ल्स ने मरियम, राजा पीलातुस की भूमिका जाली वालर ने निभाई।

ये हैं सात वचन
हे पिता! इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये यह नहीं जानते हैं कि यह क्या कर रहे हैं। आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा। यीशु ने अपनी माता से कहा, हे स्त्री! देख तेरा पुत्र यह है। शिष्य से कहा, देख तेरी माता यह है। मैं प्यासा हूं, पूरा हुआ। हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों त्याग दिया। हे पिता! मैं अपनी आत्मा को तेरे हाथों में सौंपता हूं।

दान में दिए गुल्लक व बाक्स में भरे रुपये
40 दिनों के उपवास के दौरान मसीहियों ने चंदे भी जुटाए। इसे शुक्रवार को गिरजाघरों में जमा किया। गिरजाघरों की ओर से उन्हें छोटे छोटे बॉक्स और गुल्लक दिए गए थे। वे सभी अपनी क्षमतानुसार उसमें प्रतिदिन पैसे जमा करते थे। लाल चर्च के पादरी संजय दान ने बताया कि दान में आई राशि से असहायों, गरीबों, अनाथ और वृद्धाश्रमों के जरूरतमंदों में सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

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