घटना का मुख्य आरोपी यासीन शाहनवाज चिखलेकर एक कुख्यात अपराधी है। उसे 2014 में दो साल के लिए ठाणे, पालघर, रायगढ़, मुंबई और नासिक से निर्वासित कर दिया गया था।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हिस्ट्रीशीटर और उसके कुछ साथियों ने मिलकर एक 41 वर्षीय आदिवासी व्यक्ति का अपहरण कर लिया। भूमि विवाद को लेकर आदिवासी व्यक्ति को धमकाया भी गया और उसे एक बंगले में बंधक बानकर उसपर हमला भी किया।
कुख्यात अपराधी है आरोपी
यह घटना गुरुवार और शुक्रवाक की दरमियानी रात को घटी। पडघा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि भिवंडी तालुका के उदीदपाड़ा गांव के संतोष देव बाबर ने शिकायत दर्ज कराई। इस घटना का मुख्य आरोपी यासीन शाहनवाज चिखलेकर एक कुख्यात अपराधी है। उसे 2014 में दो साल के लिए ठाणे, पालघर, रायगढ़, मुंबई और नासिक से निर्वासित कर दिया गया था।
उसके साथ उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 365, 143, 323, 504, 506 और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ईंट की भट्टी से किया गया था पीड़ित का अपहरण
चिखलेकर ने गुरुवार को रात के 11 बजे पीड़ित का तुलसी में ईंट भट्टी से अपहरण किया था। उसे पहले चिखलेकर के दफ्तर ले जाया गया, जहां उस धमकाया गया और साथ ही उसके साथ गाली गलौच भी की गई। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, पीड़ित को बाद में बंगले में बंधक बनाकर रखा गया और उसे जबरन शराब भी पिलाया गया। इसके बाद उसपर बोतलों से हमला भी किया गया।
रिहा होने के बाद पीड़ित ने एक एनजीओ से सहायता मांगी और उनकी मदद से पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस के अनुसार आरोपी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या का भी मामला शामिल है।