एसपी कार्यालय के सामने बुधवार दोपहर कलक्ट्रेट चौकी इंचार्ज पर अधिवक्ताओं ने हमला कर दिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। मौके पर पहुंचे अन्य पुलिसवालों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया। मामले में देर रात पीड़ित चौकी इंचार्ज की तहरीर पर 12 नामजद और सात अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया गया।
बताया जा रहा है कि महुअवा निवासी अधिवक्ता राजू कुमार 40-50 अधिवक्ताओं के साथ बुधवार दोपहर एसपी सोमेंद्र मीणा को ज्ञापन सौंपने गए थे। इसमें उन्होंने कलक्ट्रेट चौकी इंचार्ज दुर्गेश सिंह पर जातिसूचक गाली देने और मारने-पीटने का आरोप लगाया था। ज्ञापन देकर सभी अधिवक्ता कार्यालय से बाहर निकले ही थे कि कुछ देर बाद परिसर में अफरातफरी मच गई।
कुछ अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट चौकी इंचार्ज पर हमला कर दिया है। कुछ देर तक अफरातफरी के बाद किसी तरह मामला शांत हो गया। उधर, चौकी इंचार्ज पर हमले की बात पर अधिवक्ता राजू कुमार ने कहा कि 22 जनवरी को चौकी में उनके और उनके भाई साथ किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ वह चौकी इंचार्ज के खिलाफ एसपी को ज्ञापन देने गए थे। किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की गई।
सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि घटनाक्रम के समय मौजूद नहीं था, लेकिन इसके बारे में जानकारी होने पर पहुंचा। जिलाधिकारी और एसपी से वार्ता की। उनकी ओर से मामले में वार्ता कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया गया। अधिवक्ताओं ने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की है। अगर कोई अधिवक्ता इसमें शामिल मिलेगा तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने कहा कि इस संबंध में आश्वस्त किया कि प्रकरण की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ता लौट रहे थे। इसी दौरान चौको इंचार्ज तहसील परिसर में दिखाई दिए, जिस पर कुछ अधिवक्ताओं ने आक्रोशित होकर उनपर हमला कर दिया। घटना का संज्ञान लेते हुए संबंधित धाराओं में आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई हो रही है।