बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास सही तरीके से हो सके इसके लिए पेरेंट्स बहुत सारे कदम उठाते हैं। खासकर मॉम्स बच्चों की सेहत के लिए बहुत ज्यादा जागरूक रहती हैं। बच्चे की लंबाई, वजन सही समय पर बढ़ रहा है या नहीं, उन्हें किसी तरह की बीमारी परेशान तो नहीं कर रही है मॉम इन सभी चीजों पर बारीकी से नजर रखती हैं। हालांकि कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन पर पेरेंट्स का ध्यान भी तब तक नहीं जाता है, जब तक की एक्सपर्ट उनसे न कहें। इन्हीं में से एक है खून की कमी यानी की एनीमिया। भारत में बच्चों में एनीमिया के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर 4 में से 3 बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं। बच्चे को एनीमिया से बचाने के लिए आप डाइट में किशमिश को शामिल कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं किशमिश कैसे एनीमिया से बचाव करता है और बच्चों को इसे खिलाने के फायदों के बारे में…
एनीमिया से बचाव करता है किशमिश
किशमिश में आयरन, पोटाशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर पाया जाता है। ये सभी पोषक तत्व शरीर में खून की कमी को पूरा करते हैं। किशमिश पर हुई कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि नियमित तौर पर इसका सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है। आयरन की मात्रा सही होने से खून की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
बच्चों को किशमिश खिलाने के फायदे –
किशमिश के पोषक तत्व बच्चों का डाइजेशन सुधारने में मदद करते हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है। डाइट में फाइबर संतुलित मात्रा में लिया जाए, तो यह पेट में दर्द, कब्ज, डायरिया और खट्टी डकार से राहत दिलाता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (एनसीबीआई) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, किशमिश में कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव के गुण भी पाए जाते हैं। बच्चों की डाइट में किशमिश को शामिल करके कैंसर से बचाव करने में मदद मिलती है।
किशमिश और किशमिश से बनीं चीजों का सेवन करने से बच्चों की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। किशमिश कैल्शियम का अच्छा सोर्स होते हैं। जिसकी वजह से यह हड्डियों और दांतों को स्ट्रांग रखने में मदद करते हैं।
किशमिश का सेवन बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। रोजाना बच्चों को 10 से 15 ग्राम किशमिश खिलाकर उनके शरीर का वजन तेजी से बढ़ाया जा सकता है। साथ ही, यह उन्हें एनर्जी दिलाने में भी मददगार साबित होता है।
जर्नल ऑफ फार्माकोग्नोसी और फाइटोकेमेस्ट्री द्वारा की गई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि किशमिश में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहने से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है।
बच्चों को किशमिश खिलाने के तरीके
आप बच्चों को किशमिश खीर, हलवा या किसी अन्य तरह की डिश में मिलाकर खिला सकते हैं। इसके अलावा बच्चों को किशमिश पानी में भिगोकर या शेक के साथ मिलाकर भी दिया जा सकता है। अगर, आप 1 साल की उम्र से कम के बच्चे को किशमिश दे रहे हैं, तो इसे काटकर या मसलकर ही दें। छोटे बच्चों को पूरी किशमिश देने से यह उनके गले में फंस सकता है। ऐसे में एहतियात बरतना जरूरी है।