मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED को सौंपी अपने व अपने आश्रितों की संपत्ति की जानकारी…
साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ के बाद संपत्ति की जानकारी मांगी गई थी। ईडी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने ईडी को अपने व अपने आश्रितों की संपत्ति की जानकारी सौंप दी है। साथ ही जिन अन्य पहलुओं पर ईडी ने विवरण मांगे थे, वह सारी जानकारी सौंप दी गई है। जानकारियां मिलने के बाद ईडी इसके सत्यापन में जुट गई है।
चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी सौंपी
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने चुनावी हलफनामे और आयकर को घोषित संपत्तियों के बारे में ही ईडी को बताया है। गौरतलब है कि 17 दिसंबर को अवैध खनन से अर्जित राशि के मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी ने सीएम से नौ घंटे पूछताछ की थी। पूछताछ के दिन ही मुख्यमंत्री से संपत्ति समेत अन्य कई जानकारियां ईडी ने मांगी थी।
अवैध खनन मामले में चार्जशीट दाखिल की
अवैध खनन के मामले में ईडी ने अब तक मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बच्चू यादव व पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश पर चार्जशीट दायर की है। ईडी ने इसी मामले में मुख्यमंत्री के करीबी अमित अग्रवाल की भूमिका की पड़ताल भी शुरू की है।
प्रेम प्रकाश से होकर आगे जाता था पैसा
दरअसल, झामुमो के कोषाध्यक्ष रहे रवि केजरीवाल ने बताया था कि पंकज मिश्रा के जरिए प्रेम प्रकाश पैसे वसूलकर इसे अमित अग्रवाल तक पहुंचाता था। अमित अग्रवाल की कई कंपनियों के जरिए मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर भी ईडी जांच कर रही है। ईडी ने हाल ही में हाईकोर्ट में सौंपे हलफनामे में भी अमित अग्रवाल की भूमिका संदेहास्पद बतायी थी।
17 नवंबर को सीएम हेमंत से हुई थी पूछताछ
गौरतलब है कि साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री को 3 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन व्यस्तता का हवाला देकर मुख्यमंत्री हाजिर नहीं हुए। इसके बाद मुख्यमंत्री को 12 नवंबर को दोबारा समन भेजा गया और 17 नवंबर को हर हाल में ईडी ऑफिस आने को कहा गया। मुख्यमंत्री 17 नवंबर को ईडी कार्यालय गए जहां उनसे 9 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ हुई। मुख्यमंत्री से पंकज मिश्रा के अवैध खनन और प्रेम प्रकाश के साथ रिश्तों को लेकर सवाल पूछा गया।