अशोक गहलोत ने BJP के जमीर पर इस मामले में उठाये सवाल, कहा…
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राज्य में शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान परीक्षा को एहतियातन निरस्त किया गया है, ताकि युवाओं के साथ कोई अन्याय न हो पाए। गहलोत ने ट्वीट किया, “आज पूर्वाह्न 9 से 11 बजे के बीच होने वाली शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है, ताकि किसी भी मेहनतकश युवा के साथ कोई अन्याय न हो।”
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं के साथ अन्याय नहीं होने देने का अश्वासन भी दिया। उन्होंने लिखा, “बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी। सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।”
देशभर में पनप गए हैं पेपल लीक कराने वाले गैंग
गाहलोत ने राजस्थान के साथ ही देशभर में हो रहे पेपर लीक पर भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भर्ती परीक्षाओं में पार्दर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है। दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप गए हैं, जिससे कई राज्यों में यहां तक कि न्यायपालिका और सेना तक में पेपर लीक जैसी घटनाएं हो रही हैं। पर राजस्थान में सख्त कार्रवाई कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है।”
बहकावे में ना आएं,तैयारी चालू रखें युवा:गहलोत
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं को किसी बहकावे में ना आकर अपनी तैयारी जारी रखने का अश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं, लेकिन अनुचित तरीके से परीक्षा उत्तीर्ण करने के मंसूबे पालकर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा। मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने के बजाय आप अपनी तैयारी करें।” वहीं, राज्य में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट किया, “एक और पेपर लीक, हजारों युवा कड़कती ठंड में सैकड़ों किलोमीटर का सफर क्या सिर्फ ये जानने के लिए कर रहे हैं कि, सरकार का जमीर कितना जम चुका है। राज्य सरकार को कैसे समझाया जाए कि अब ये प्रदेश के लोगों की समझ के परे बात हो चुकी है।”