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कांग्रेस ने 2016 से हुई नियुक्तियों को रद करने पर उठाए सवाल, पढ़े पूरी ख़बर

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी द्वारा वर्ष 2016 से हुई नियुक्तियों को रद करने पर सवाल उठाए। माहरा ने कहा कि, विस अध्यक्ष ने हाईकोर्ट में दिए एफिडेविट में खुद ही मुख्यमंत्री और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने माहरा पर पलटवार करते हुए आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से बचने की नसीहत दी। शनिवार को मीडिया से बातचीत में करन ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की, लेकिन विभिन्न स्रोतों से अनके पास आई रिपोर्ट में साफ है कि सभी भर्तियां अनियमित हैं। ऐसे में सभी भर्तियों पर कर्रवाई करनी चाहिए थी। माहरा ने कहा कि, विधानसभा अध्यक्ष ने 2016 से पहले की भर्तियों पर विधिक राय लेने की बात कही थी, लेकिन इसका अब तक अता-पता नहीं है। माहरा ने कहा, विस अध्यक्ष कोटिया समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर वस्तुस्थिति जनता के सामने रखें। माहरा ने कहा कि विस अध्यक्ष की ओर से हाईकोर्ट में दिए एफिडेविट में साफ साफ लिखा गया है कि सचिवालय अधिकारियों और वित्त विभाग की असहमति के बाद भी सीएम ने विचलन के जरिये विस भर्तियों को मंजूरी दी। वहीं विधानसभा प्रशासन के इंकार के बावजूद पूर्व विस अध्यक्ष ने नियुक्तियां कीं। करन ने कहा कि, कांग्रेस किसी की भी नौकरी समाप्त करने के पक्ष में नहीं है। लेकिन जिन लोगों ने नियमों का उल्लंघन कर नियुक्तियां की उन लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। माहरा ने कहा कि, विस भर्ती मामले में विस अध्यक्ष जवाब दें। मैं जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस कर कोटिया समिति की रिपोर्ट को जनता के सामने रखूंगा। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, विधानसभा बैकडोर भर्तियां निरस्त की जा चुकी हैं, उन्होंने कहा, इस मामले में सरकार की मंशा साफ है। कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए भट्ट ने कहा, विपक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।

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