इस मामले में एक बार फिर बढ़ सकती है आजम खां की मुश्किलें, पढ़े पूरी खबर
आजम खां की मुश्किलें बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है। अब जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी मामले में भी अदालती कार्यवाही तेज हो गई है। पूर्व सांसद और अभिनेत्री जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में बुधवार को गवाह के गैरहाजिर होने के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने गवाहों को 25 नवंबर 2022 को तलब किया है।
मामला, वर्ष 2019 का है। मुरादाबाद के थाना कटघर के मुस्लिम डिग्री कालिज के सम्मान समारोह में आजम खां संग कई सपा नेता पहुंचे थे। आरोप है कि आजम खां, सांसद डा. एसटी हसन समेत कई सपाइयों ने जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस पर मुस्तफा हुसैन ने आजम संग तमाम लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस मुकदमे की सुनवाई एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट एसीजेएम चतुर्थ स्मिता गोस्वामी की कोर्ट में की गई। विशेष लोक अभियोजक मोहनलाल विश्नोई ने बताया कि इस मुकदमे में बुधवार को गवाह के हाजिर न होने से सुनवाई नहीं हो पाई। अदालत ने मुकदमे के गवाहों को तलब करते हुए 25 नवंबर की तारीख लगा दी है।
अवमानना केस में बयान दर्ज
पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक आजम खां के ऊपर चल रहे अवमानना केस बुधवार को वादी पक्ष की ओर मुकदमे के विवेचक नीरज कुमार ने बयान दर्ज कराए गए। अदालत ने आगे की कार्रवाई को दो दिसंबर की तारीख मुकर्रर की है। 29 जनवरी 2008 को थाना छजलैट क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान हुए विवाद के बाद आजम खां उनके बेटे अब्दुल्ला आजम समेत कई अन्य सपा नेताओं के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया था। कई बार आजम खां को सम्मन जारी होने के बाद भी वह पेश नहीं हुए, जिस पर थाना छजलैट में कोर्ट की अवमानना का मुकदमा दर्ज किया गया।