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जाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में क्या कहा

देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों और भारतीयों को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी। पीएम मोदी पारंपरिक कुर्ता, चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट और तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफा पहने नजर आए। उन्होंने कहा कि आज जब हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं, अगले 25 वर्ष हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री के संबोधन की 10 बड़ी बातें…

 

1. पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से पहली बार स्वदेशी तोप से सलामी दी गई। उन्होंने लाल किले की प्रचार से राष्ट्र के नाम संबोधन में यह भी कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज का जन आंदोलन है जिसे सबको मिलकर आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, ‘आजादी के 75 साल में पहली बार ऐसा हुआ हुआ है कि लाल किले से सलामी के लिए देश में निर्मित तोप का इस्तेमाल किया गया।’

2. पीएम मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में साथ आने के लिए देश के नागरिकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत ने समयबद्ध तरीके से लोगों को कोरोना-रोधी टीके की 200 करोड़ खुराक देने का रिकॉर्ड बनाया है जो किसी अन्य देश के लिए संभव नहीं हो सका। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 साझी जागरुकता का एक और उदाहरण है जिसके लिए हमारे नागरिक साथ आए। डाक्टरों को शोध के लिए समर्थन देने से लेकर सुदूर क्षेत्रों तक टीका पहुंचाने में हम साथ खड़े रहे। देश के नागरिक कोरोना योद्धाओं के साथ खड़े रहे और थाली बजाने, दिया-लाइट जलाने जैसे कदमों से इसे प्रदर्शित भी किया।’

3. प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कहा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन की जिन समस्याओं से जूझ रही है उनका समाधान भारत के पास है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्राकृतिक खेती पर जोर देने का भी आह्वान किया। मोदी ने कहा, ‘आज विश्व पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। जलवायु परिवर्तन की समस्याओं के समाधान का रास्ता हमारे पास है। इसके लिए हमारे पास वो विरासत है, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है।’

4. पीएम मोदी ने अगले 25 साल की यात्रा को देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने  इस अमृत काल में विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता व नागरिकों द्वारा अपने कर्तव्य पालन के ‘पंच प्राण’ का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का 76वां स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक दिन है और यह पुण्य पड़ाव, एक नयी राह, एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है।

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