समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज 82 साल के हो गए हैं। लखनऊ के समाजवादी पार्टी मुख्यालय में उनका जन्मदिन पूरे उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आइये जानते हैं कैसा रहा मुलायम सिंह यादव का सियासी सफऱ।
एक शिक्षक के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले मुलायम सिंह को जवानी के दिनों में अखाड़ों में पहलवानी का शौक था। राजनीति में आने के बाद मुलायम सिंह पहली बार 1967 में विधायक चुने गए थे। आपातकाल के दौरान मुलायम सिंह यादव 19 महीने तक जेल में रहे थे। इसके बाद पहली बार वह 1977 में वे राम नरेश यादव की सरकार में राज्य मंत्री बनाये गए। 1980 में वह लोकदल के अध्यक्ष बने। 1985 के बाद मुलायम ने क्रांतिकारी मोर्चा बनाया। मुलायम सिंह यादव 1989 में पहली बार यूपी के सीएम बने।
1990 में केंद्र में वीपी सिंह की सरकार गिरने के बाद मुलायम सिंह यादव चंद्रशेखर के जनता दल (सोशलिस्ट) से जुड़े और मुख्यमंत्री बने रहे। इसमें कांग्रेस का समर्थन भी शामिल था। 1991 में कांग्रेस का समर्थन वापस लेने से मुलायम सरकार गिर गई। 1991 में बीच में ही चुनाव हुए, लेकिन मुलायम सिंह यादव की पार्टी की सरकार नहीं बनी।
इसके बाद 1992 में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन किया और 1993 में बीएसपी के समर्थन से एक बार फिर यूपी की सत्ता में लौटे। इसके बाद 2003 में मुलायम सिंह यादव फिर सत्ता में लौटे और सीएम बने। इस बीच मुलायम सिंह यादव 1996 से 1998 तक देश के रक्षामंत्री भी रहे। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मुलायम सिंह यादव ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं।2012 में मुलायम सिंह यादव की पार्टी फिर सत्ता में लौटी, लेकिन इस बार मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम बनाया और सक्रिय राजनीति से थोड़ी दूरी बना ली। अब उनके बेटे अखिलेश समाजवादी पार्टी के सर्वेसर्वा हैं।