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हर्षोल्लास के साथ मनाया छठ महापर्व, डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया

पूरे देश के साथ ही बिहार और उत्तर प्रदेश में भी लोक आस्था का महापर्व छठ श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। षष्ठी व्रत के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन किया।  इस मौके पर व्रती महिलाओं ने मां षष्ठी की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। पूजन का समापन वीरवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर किया जाएगा। सबसे कठिन पूजन में छठ के पर्व में 36 घंटे का निर्जल व्रत रखा जाता है।

बुधवार को श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर सुख-समृद्धि की कामना की। यूपी में जगह जगह महिलाओं ने अस्थायी कुंड में भरे पानी में उतरकर सूर्यदेव को भोग अर्पित कर पूजन किया। पर्व के आखिरी दिन गुरुवार को सुबह भक्त उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देकर छठी माता को विदाई देंगे।

लखनऊ, बलिया, गाजीपुर सहित पूर्वांचल के सभी जिलों में और पूरे बिहार में छठ पर्व पर खासी धूम रही। सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए सैकड़ों की संख्या में महिला श्रद्घालु अपने परिजनों के साथ शाम 5 बजे से ही अस्थायी कुंड में पहुंचने लगी थीं। इस बीच जैसे ही सूर्य की लालिमा कम हुई तो उन्होंने महिलाओं ने कुंड के पानी में उतरकर विधि-विधान से सूर्यदेव का पूजन किया। महिलाओं ने बांस के सूपा एवं टोकनी में मौसमी फलों एवं पूजन सामग्री को रखकर डूबते हुए सूर्य भगवान को प्रसादी का भोग अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। व्रतधारी महिलाओं ने सुहागिनों की रस्मानुसार मांग भरकर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद दिया। कई जगह इस मौके पर बच्चों ने आतिशबाजी करके उल्लास का प्रदर्शन भी किया।

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