महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा शिवसेना और एनसीपी से मिलकर बना महायुति गठबंधन विजयी हुआ है। वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे की एक पोस्ट ने भी चर्चाएं बढ़ा दी हैं।
शिंदे ने कहा, मेरे प्रति प्रेम के कारण कुछ लोगों ने सभी से मुंबई आने और एकत्र होने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी मेरे समर्थन में इस तरह से एकत्र नहीं हो।
शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा, सीएम एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार बनने तक कार्यवाहक सीएम नियुक्त किया है। महायुति के नेता एक साथ बैठकर चर्चा करेंगे और दिल्ली जाएंगे और फिर कोई फैसला लिया जाएगा…सीएम शिंदे ने साफ कहा है कि पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो भी फैसला लेंगे, वह उन्हें मंजूर होगा।
नहीं बनी सहमति?
23 नवंबर शनिवार को नतीजों के ऐलान के बाद महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर सरकार बनाने का रास्ता साफ कर लिया था। तब 132 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी या NCP ने 41 सीटें अपने नाम की थीं।
देवेंद्र फड़णवीस भी पहुंचे दिल्ली
वहीं, देवेंद्र फडणवीस अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के लिए सोमवार देर रात राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। फडणवीस यहां एक होटल में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि के विवाह से संबंधित प्रीति भोज में शामिल हुए। फडणवीस के साथ महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी मौजूद थे। महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की रूपरेखा पर चर्चा के लिए फडणवीस गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं।
शिंदे और अजित भी ले सकते हैं बैठक में हिस्सा
वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी गृह मंत्री के साथ बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि तीनों के आज रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने की उम्मीद है, जिसमें सरकार गठन और मुख्यमंत्री पद के लिए पूरी की जाने वाली औपचारिकताओं पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, उनकी बैठक के दौरान भाजपा, शिवसेना और राकांपा के बीच कैबिनेट फॉर्मूले पर भी चर्चा की जाएगी।