रेलवे ने प्रस्तावित सात जोड़ी नई ट्रेनों का संचालन शुरू करने को लेकर कवायद शुरू कर दी है। जिन ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है उनमें काठगोदाम-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और दक्षिण भारत के लिए लालकुआं-बंगलूरू/यशवंतपुरम अमृत भारत एक्सप्रेस भी शामिल हैं।
बरेली के लोगों को जल्द ही कुछ नई ट्रेनों की सौगात मिल सकती है। रेलवे ने प्रस्तावित सात जोड़ी नई ट्रेनों के संचालन शुरू करने पर पर काम चालू कर दिया है। इनमें तीन रूटों पर प्रायोगिक तौर पर ग्रीष्मकालीन विशेष ट्रेनों का संचालन पहले ही मई में शुरू कर दिया गया था। इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं। वहीं अब जिन ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है उनमें काठगोदाम-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और दक्षिण भारत के लिए लालकुआं-बंगलूरू/यशवंतपुरम अमृत भारत स्लीपर ट्रेन भी शामिल हैं।
दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के पास वैकल्पिक रेल रूटों की संख्या अब तक कम थी। इस कारण मंडल से संचालित होने वाली ट्रेनों की संख्या भी उत्तर रेलवे के मुकाबले कम थी। इज्जतनगर मंडल बरेली-सिंगरौली और बरेली-शक्तिनगर त्रिवेणी एक्सप्रेस का विस्तार पहले ही टनकपुर तक कर चुका है। टनकपुर-देहरादून के बीच भी ट्रेन मार्च में शुरू हो चुकी है। तीन ट्रेनों का संचालन वाया पीलीभीत-मैलानी लाइन से भी शुरू कर दिया गया है।
नई ट्रेनों में वंदे भारत भी शामिल
अब पूर्वोत्तर रेलवे छह जोड़ी और ट्रेनों के संचालन की तैयारी में जुट गया है। इन ट्रेनों का संचालन काफी समय से प्रस्तावित है। मंडल और गोरखपुर मुख्यालय स्तर से भी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। लोकसभा चुनाव के बीच चार माह आचार संहिता के कारण ट्रेनों के संचालन की कार्रवाई आगे बढ़ाने पर ब्रेक लग गया था। अब इस पर फिर से काम शुरू कर दिया गया है। जिन नई ट्रेनों का संचालन शुरू होना है उनमें सप्ताह में छह दिन चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के अलावा अन्य ट्रेनें सप्ताहिक, द्विसाप्ताहिक और त्रिसाप्ताहिक हैं।
इज्जतनगर रेल मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि सात रूटों पर ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है। संचालन कब से होगा इस बारे में नोटिफिकेशन आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उच्च स्तर पर प्रक्रिया चल रही है। इन ट्रेनों का संचालन टनकपुर, काठगोदाम, लालकुआं और कासगंज से अलग-अलग रूटों पर किया जाना है।
एक फेरे के लिए चली दक्षिण भारत की ट्रेन, रेलवे को मिले बेहतर परिणाम
दक्षिण भारत के लिए ट्रेन सेवा की काफी समय से मांग की जा रही है। रेलवे ने आठ जून को एक फेरे के लिए बरेली से तमिलनाडु के तंबरम के बीच सुपरफास्ट विशेष ट्रेन चलाई तो बरेली से 24 घंटे में ही ट्रेन की 400 से ज्यादा सीटें बुक हो गईं। एक फेरे के लिए चलाई गई इस ट्रेन के बेहतर परिणाम मिलने के बाद दक्षिण भारत के लिए ट्रेन संचालन शुरू होना तय माना जा रहा है।
इन ट्रेनों के संचालन का प्रस्ताव
- टनकपुर-कामाख्या-टनकपुर साप्ताहिक ट्रेन वाया भोजीपुरा जंक्शन-पीलीभीत-शाहजहांपुर-लखनऊ।
- काठगोदाम-नई दिल्ली-काठगोदाम वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन।
- लालकुआं-कोलकाता-लालकुआं के साप्ताहिक ट्रेन वाया भोजीपुरा-पीलीभीत-मैलानी-सीतापुर।
- लालकुआं-बांद्रा टर्मिनल-लालकुआं द्विसाप्ताहिक ट्रेन अमृत भारत एक्सप्रेस वाया इज्जतनगर-बरेली-कासगंज-मथुरा।
- लालकुआं-बंगलूरू/यशवंतपुरम वाया बरेली-बदायूं-कासगंज-मथुरा अमृत भारत स्लीपर कोच साप्ताहिक ट्रेन।
- लालकुआं-द्वारिका/ओखा वाया बरेली-मथुरा के साप्ताहिक ट्रेन।
- कासगंज-दिल्ली सप्ताह में चार दिन और कासगंज-वाराणसी के वाया अयोध्या त्रिसाप्ताहिक ट्रेन।
बरेली होते हुए सहारनपुर-प्रयागराज रूट पर भी दौड़ेगी वंदे भारत
देहरादून-लखनऊ रूट पर बरेली होते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन मार्च में शुरू हो चुका है। अब रेलवे सहानपुर-प्रयागराज रूट पर वाया बरेली वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की तैयारी कर रहा है। इस ट्रेन का संचालन दिवाली से पहले शुरू हो सकता है। एक जुलाई से ट्रेनों की समय सारणी में बदलाव के दौरान कुछ नई ट्रेनों के लिए समय बनाया जा सकता है। इनमें सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है। इससे पहले रेल रूट की स्पीड को बढ़ाने के लिए कई रेल खंडों में ब्लॉक लेकर काम किए जा रहे है।