दिल्ली के लोगों को 2028 तक मेट्रो के दो नए कॉरिडोर की सौगात देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ मेट्रो और लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर शामिल हैं। इसके निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण समेत अन्य आवश्यक अनुमतियों के लिए वैधानिक मंजूरी की प्रक्रिया शुरू कर की गई है। यह काम पूरा होने के बाद ढांचागत निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मेट्रो फेज- 4 के तहत आने वाले दोनों कॉरिडोर गोल्डन और ग्रीन लाइनों का विस्तार हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले 13 मार्च को इन दोनों कॉरिडोर को केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी थी। इसके अगले ही दिन केंद्र सरकार ने इन दोनों कॉरिडोर का शिलान्यास भी किया था।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अनुसार फेज चार के इन दोनों कॉरिडोर के निर्माण के लिए इस वर्ष 28 मार्च को 8,399 करोड़ 81 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। इस लागत से इन दोनों कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर का पूरा हिस्सा एलिवेटेड होगा। इसलिए इसके निर्माण की प्रक्रिया पहले शुरू हो सकती है। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर का एक किलोमीटर हिस्सा छोड़कर बाकी हिस्सा भूमिगत होगा। इसलिए इस कॉरिडोर के निर्माण में चुनौतियां ज्यादा होंगी। मौजूदा समय में दिल्ली विकास प्राधिकरण, सीपीडब्ल्यूडी और पीडब्ल्यूडी से भूमि अधिग्रहण और वन मंजूरी आवश्यकताओं सहित वैधानिक मंजूरी के लिए प्रक्रिया की जा रही है। इसके बाद ट्रैक बिछाने, इलेक्ट्रिसिटी लाइन, सिग्नलिंग और अन्य तकनीकी चीजों के लिए विशेष अनुबंध पर आगे बढ़ने से पहले, सिविल कार्यों के लिए प्लानिंग और टेंडर से संबंधित आगे की प्रक्रियाएं की जाएंगी। अधिकारियों का कहना है कि दोनों कॉरिडोर को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यातायात व्यवस्था होगी सुलभ
इन दोनों कॉरिडोर के बन जाने से मेट्रो से दक्षिणी, पुरानी, मध्य और पूर्वी दिल्ली जाना आना बेहद सुलभ हो जाएगा। इससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर के बन जाने के बाद दक्षिणी दिल्ली के भीतर कनेक्टिविटी और अधिक बढ़ जाएगी। लाजपत नगर बाजार दिल्ली के प्रमुख बाजारों में से एक है। इसके 8 स्टेशनों में से 4 स्टेशन जिसमें लाजपत नगर, विनोबापुरी, चिराग दिल्ली, साकेत जी ब्लॉक इंटरचेंज स्टेशन होंगे। इस रूट के पर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइन की कनेक्टिविटी होगी। लाजपत नगर, विनोबापुरी, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक एरिया के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह लाइन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी और यह शहर में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगी।
वहीं, इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर पर रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज की सुविधा होगी। इस रूट के विस्तार के साथ ही यात्रियों को इंटरचेंज स्टेशनों के और भी अधिक विकल्प मिल जाएंगे। यह लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इसमें इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक। यह स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी मौजूदा लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे।
बनेंगे आठ इंटरचेंज
12.4 किलोमीटर की लंबाई के साथ, इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 10 स्टेशन होंगे। लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर की लंबाई 8.4 किलोमीटर होगी और इसमें और आठ स्टेशन बनाए जाएंगे। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट और इंद्रप्रस्थ पर इंटरचेंज स्टेशन बनाए जाएंगे।
फेज चार में स्वीकृत दो नए कॉरिडोर की लंबाई (किलोमीटर में) और स्टेशन
कॉरिडोर लंबाई स्टेशन
इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ 12.377 10
लाजपत नगर-साकेज जी ब्लाक 08.385 8
दोनों कॉरिडोर की लंबाई 20.782 18