यूपी विधान परिषद की 13 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा के सात, सपा के तीन, अपना दल (एस), रालोद और सुभासपा के एक-एक सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गया है।
यूपी विधान परिषद की 13 सीटों पर हुए चुनाव में सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने बृहस्पतिवार को दोपहर 3 बजे नामांकन वापसी का अंतिम समय समाप्त होने के बाद सभी प्रत्याशियों के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की।
विधान परिषद में भाजपा के डॉ. महेंद्र सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सिंह और रामतीरथ सिंघल निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, रालोद के योगेश चौधरी और सुभासपा के बिच्छेलाल रामजी भी निर्विरोध निर्वाचित हुए। डॉ. महेंद्र सिंह तीसरी बार, पाठक, कटारिया और आशीष दूसरी बार सदस्य निर्वाचित हुए हैं। सपा से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, बलराम यादव और किरनपाल कश्यप निर्वाचित हुए हैं। निर्वाचन अधिकारी दुबे ने नव निर्वाचित सदस्यों को उनके प्रमाण पत्र सौंपे। नवनिर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल 6 मई से प्रभावी होगा और 5 मई 30 तक रहेगा।
कांग्रेस के बाद बसपा की संख्या भी शून्य
विधान परिषद में अब कांग्रेस के बाद अब बसपा की सदस्य संख्या भी शून्य हो जाएगी। बसपा के एक मात्र सदस्य डॉ. भीमराव आंबेडकर का कार्यकाल 5 मई को समाप्त हो जाएगा।
भाजपा के सदस्य घटे, सपा के बढ़े
विधान परिषद में 6 मई भाजपा के सदस्यों की संख्या घटकर 82 से 79 हो जाएगी। सपा की सदस्य संख्या 8 से बढ़कर 10 हो जाएगी। वहीं परिषद में रालोद, सुभासपा का खाता खुल जाएगा। अपना दल एस की संख्या एक ही रहेगी।
परिषद में एक सदस्य रिक्त
विधान परिषद में अभी सदस्यों के दो पद रिक्त है। सपा के सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद एक पद रिक्त हो गया है।