Friday , September 20 2024

आगरा: दिवाली से पहले संजय प्लेस में और खराब हुई हवा

संजय प्लेस और रोहता में सोमवार शाम को सबसे ज्यादा प्रदूषण रहा। इसके साथ ही दो स्टेशन मनोहरपुर व शाहजहां पार्क में भी हालात खराब रहे। यहां की हवा में जहर घुल रहा है। दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों की हवा की तरह ही आगरा की हवा में जहर घुलना शुरू हो गया है। सोमवार को शहर में संजय प्लेस की हवा खराब दर्ज की गई। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 201 पर पहुंच गया, जो शहर के सभी मॉनीटरिंग स्टेशनों में ज्यादा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए एयर क्वालिटी इंडेक्स में आगरा का एक्यूआई 154 दर्ज किया गया, जबकि संजय प्लेस क्षेत्र में यह 201 रहा। रोहता में 184, आवास विकास कॉलोनी में 127 और शास्त्रीपुरम में 102 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। 

संजय प्लेस क्षेत्र में पर्टिकुलेट मैटर 2.5 कणों की मात्रा सामान्य से पांच गुना ज्यादा 298 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंची तो रोहता में वाहनों के उत्सर्जन और धूल के कारण यह 313 दर्ज की गई। कार्बन मोनो ऑक्साइड भी सामान्य से 12 से 13 गुना ज्यादा रहा, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है।    

प्रदूषक तत्व संजय प्लेस रोहता आवास विकास शास्त्रीपुरम

पीएम-10 201 184 127 102

पीएम-2.5 132 99 79 76 कार्बन मोनो ऑक्साइड 54 43 26 42      

21 से खराब हुई शहर की हवा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अक्तूबर माह के आंकड़ों के मुताबिक 21 अक्तूबर से संजय प्लेस की हवा बिगड़नी शुरू हुई है जो सोमवार तक जारी रही। इससे पहले 9 से 11 अक्तूबर तक बारिश के कारण एक्यूआई 89 से 95 के बीच बना रहा, जो अच्छी स्थिति मानी जाती है। उसके बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स 20 अक्तूबर तक 154 तक आ गया। 21 अक्तूबर से यह 202 के आसपास बना हुआ है। छह में से चार मॉनीटरिंग स्टेशनों के आंकड़े ही सोमवार को दर्ज किए जा सके। मनोहरपुर और शाहजहां पार्क का आंकड़ा सोमवार को नहीं मिला।            

दो दिन की छुटटी में जलाया कचरा रविवार से शहर की हवा में घुले जहर के पीछे बड़ी वजह निर्माण कार्य तो हैं ही, वहीं कचरा जलाने की घटनाओं में वृद्धि के कारण प्रदूषण में इजाफा हुआ है। दो दिन की छुट्टी होने के कारण डस्टबिनों और डलाबघरों में जो कचरा एकत्र हो गया, उसे उठाने की जगह उसमें आग लगा दी गई जो पूरी रात सुलगती रही। नालों और डलाबघरों में फेंकी गई चमड़े की कतरनों और प्लास्टिक में आग के कारण एक्यूआई खराब श्रेणी में पहुंच गया।          

Check Also

अयोध्या में 7 साल बाद लैंड सर्किल रेट बढ़ने वाला है, 50 से 200% तक बढ़ सकते हैं दाम

अयोध्या में जमीन के सर्किल रेट में 50 से 200 प्रतिशत बढ़ोतरी की जा सकती …