उत्तर प्रदेश विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद दोबारा सत्तासीन हुई भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नई सरकार का शपथ ग्रहण भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में हुआ है. पीएम योगी और अमित शाह समेत कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और BJP के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश भर के गणमान्य मेहमानों समेत हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश में BJP सरकार का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ.
- केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने योगी सरकार में डिप्टी सीएम के लिए मंत्रीपद की शपथ ली है. ब्रजेश पाठक लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं.
- सुरेश कुमार खन्ना ने यूपी सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली है, वो 9 बार विधायक रह चुके हैं. खन्नी समाज से आने वाले सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर से हैं. उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शथ ली है.
- सूर्य प्रताप शाही ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. वो पथरदेवा से हैं. कल्याण सरकार में वो मंत्री रहे हैं. भूमिहार समाज से आते हैं.
- स्वतंत्र देव सिंह पहली योगी सरकार में परिवहन मंत्री थे, 2019 से बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.
- बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली है. वो उत्तराखंड की राज्यपाल रही हैं. जाटव समाज से आती हैं और आगरा ग्रामीण से विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं.
- चौधरी लक्ष्मी नारायण ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, वो मथुरा की छाता सीट से चुनाव जीते हैं. योगी सरकार में पशुधन मंत्री रह जुके हैं. जाट समाज से आते हैं और छाता सीट से 5 बार विधायक रहे हैं.
- जयवीर सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, वो मैनपुरी से हैं. वो माया-मुलायम सरकार में मंत्री रहे हैं और राजपूत जाति के नेता हैं.
- आंवला बरेली सीट से विधायक धर्मपाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. कल्याण और राजनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं. योगी की पहली सरकार में भी वो मंत्री रहे हैं, वो लोथी समाज से आते हैं और 5 बार विधायक रह चुके हैं.
- नंद गोपाल गुप्ता इलाहाबाद दक्षिण सीट से विधायक हैं. वो वैश्य समाज से आते हैं, उनकी पत्नी प्रयागराज से मेयर हैं. राज्य में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.
- भूपेंद्र चौधरी जाट बिरादरी हैं, योगी की पहली सरकार में भी मंत्री रहे हैं. वो करीब 3 दशक से राजनीति में हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.
- शिवपुर, वाराणसी से विधायक अनिल राजभर ने मंत्रीपद की शपथ ली है. वो राजभर समाज से आते हैं, उन्होंने ओपी राजभर के बेटे को चुनाव में हराया है. वो दूसरी बार विधायक बने हैं.
- बीजेपी एमएलसी जितिन प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली है. वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे. केंद्र में भी वो राज्यमंत्री रह चुके हैं और ब्राह्मण समाज से आते हैं. वो योगी 1 में प्राविधिक शिक्षा मंत्री रहे हैं.
- भोगनीपुर कानपुर से विधायक राकेश सचान ने मंत्रीपद की शपथ ली है. 3 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. चुनाव से पहले वो बीजेपी में शामिल हुए थे, वो कुर्मी समाज से आते हैं.
- बीजेपी एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा पीएम मोदी के करीबी हैं, रिटायर्ड आईएएस अफसर रहे हैं, ब्राह्मण समाज से आते हैं. उन्होंने यूपी सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली है.
- योगेंद्र उपाध्याय आगरा दक्षिण से विधायक हैं, लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं, बाह्मण समाज से आते हैं. 2012 में पहली बार विधायक बने, रियल एस्टेट के कारोबारी हैं.
- आशीष पटेल एमएलसी हैं, उन्होंने मंत्रीपद की शपथ ली है. वो अपना दल एस के अध्यक्ष हैं और करीब 2 दशक से राजनीति में हैं, वो कुर्मी समाज से आते हैं.
- निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने मंत्रीपद की शपथ ली है, वो 6 बार विधायक रहे हैं. बेटे प्रवीण निषाद बीजेपी के सांसद हैं. वो यूपी विधान परिषद के सदस्य है.
- नितिन अग्रवाल हरदोई से हैं, वो वैश्य समाज से आते हैं. योगी-1 में मंत्री रह चुके हैं.
- कपिल देव अग्रवाल वैश्व समाज से आते हैं औऱ मुजफ्फरनगर से हैं. उन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली है. वो 3 बार विधायक रहे हैं.
- वाराणसी उत्तर से विधायक रविंद्र जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ ली है. वैश्य समाज से आते हैं.
- संदीप सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली है. अतरौली से हैं, वो योगी 1 में वित्त चिकित्सा मंत्री रह चुके हैं. कल्याण सिंह के पोते हैं. लोधी समाज से आते हैं.
- गुलाब देवी चंदौसी से हैं, यूपी में माध्यमिक शिक्षा मंत्री रही हैं, धोबी साज से आती हैं, उन्होंने स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है
- गिरीश चंद्र यादव जौनपुर से हैं, लगातार 2 बार विधायक बने हैं. यूपी सरकार में राज्यमंत्री रहे हैं, अब राज्यमंत्री उन्होंने स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- धर्मवीर सिंह प्रजापति, बीजेपी एमएलसी हैं, स्वतंत्र प्रभार मंत्री बने हैं और पहली बार विधायक चुने गए थे.
- असीम अरुण कन्नौज से हैं. पिता यूपी के डीजीपी रहे हैं, जाटव समाज से आते हैं, उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- जेपीएस राठौर सदन के सदस्य नहीं है. क्षत्रिय समाच से आते हैं. स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.
- दयाशंकर सिंह, बलिया से हैं, उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार से रूप में शपथ ली है. पत्नी स्वाति सिंह भी मंत्री हैं.
- नरेंद्र कश्यप किसी सदन के सदस्य नहीं है. 1998 से 2010 तक 2 बार एमएलसी रहे हैं, उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है
- दिनेश प्रताप सिंह एमएलसी हैं, रायबरेली जिले से आते हैं और उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- अरुण कुमार सक्सेना, तीसरी बार विधायक चुने गए हैं, बरेली से हैं और संतोष गंगवार के करीबी हैं. उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- दयाशंकर मिश्र दयालु, ब्राह्मण समाज से आते हैं. किसी सदन के सदस्य नहीं है. उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- मयंकेश्वर शरण सिंह, तिलोई अमेठी , क्षत्रिय समाज से आते हैं. सपा में मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- दिनेश खटीक हस्तिनापुर मेरठ से हैं, खटीक समाज से आते हैं. 2017 में पहली बार विधायक बने. उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- बलदेव सिंह औलख, बिलासपुर हैं, सिख समाज से हैं, उन्होंने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- संजीव गौड़, ओबरा सीट से हैं, 2 बार विधायक रहे हैं. एसटी समाज से आते हैं, उनहोंने भी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- संजय गंगवार, पीलीभीत से हैं, उन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है.
- राकेश राठौड़ गुरू सीतापुर से हैं, वो साईकिल के पंचर बनाते थे अब उन्होने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है.
- इसके अलावा राकेश सचान ने भी कैबिनेट की सचिव ली है, अरविंद कुमार, योगेंद्र उपाध्याय ने भी शपथ ली है, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जायसवाल, विजयलक्ष्मी गौतम एसपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं. अनूप वाल्मीकि, सतीश चंद्र शर्मा, रजनी तिवारी, केपी मलिक को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है.
योगी आदित्यनाथ को बृहस्पतिवार को बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया था. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में संपन्न हुए 403 विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हुआ, जिसमें BJP ने 255 और सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 12 तथा निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने छह सीटों पर जीत हासिल की. पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद BJP ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई है. 37 साल पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और तिवारी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. योगी आदित्यनाथ के खाते में 37 साल बाद यह रिकॉर्ड दर्ज हुआ है.