कानपुर। जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन को टैक्स चोरी के आरोप में कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद डीजीजीआई पीयूष को आज सीएमएम कोर्ट में पेश करेगी. अब तक की छापेमारी में जैन के आवास और अन्य परिसरों से 281 करोड़ रुपए की नगदी बरामद की जा चुकी है. इसके अलावा 257 किलो सोना मिला और 300 चाभी मिली हैं, ऐसी उम्मीद है कि अभी और कैश मिल सकता है.
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टीम को मिली 300 चाबियां
दरअसल, सबसे बड़ी चौंका देने वाली बात ये है कि 23 दिसंबर से शुरू हई इस कार्रवाई में जैन के कन्नौज स्थित आवास और गोताम से नगदी और करोड़ों के कागजात मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. 40 कंपनियों के मालिक बताए जा रहे जैन के अब तक एक ही कैंपस में 4 मकान और 8 दरवाजे सामने आए हैं, जिनमें 300 चाबियां भी मिली हैं. कार्रवाई में अब तक 281 करोड़ रुपए कैश मिल चुका है.
नगदी, सोने के अलावा लैपटॉप भी जब्त
डायरेक्टर जनरल इंटेलिजेस की टीम के लगभग 18 से 20 अधिकारी कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं. टीम ने पीयूष जैन के घर से नगदी और सोने के अलावा लैपटॉप भी अपने क़ब्ज़े में ले लिए हैं. टीम के साथ ताले खोलने वाले स्पेशलिस्ट भी मौजूद हैं. जैन के घर करीब 40 घंटे से यह कार्रवाई चल रही है.
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कैसे हुआ मामले का खुलासा
दरअसल, करोड़ों की इस टैक्स चोरी का खुलासा उस वक्त हुआ जब, डीजीजीआई की टीम ने अहमदाबाद से एक ट्रक को पकड़ा था. इस ट्रक में जा रहे सामानों का बिल फर्जी कंपनियों के नाम पर बनाया गया था. इसके बाद डीजीजीआई टीम ने शिखर मसाला निर्माता के यहां छापेमारी की. यहां पर डीजीजीआई को करीब 200 फर्जी बिल मिले. यहीं से डीजीजीआई को पीयूष जैन के गोरखधंधे का पता चला, और लगातार हो रही जांच में एक के बाद एक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा होता जा रहा है.