Rahul Gandhi in Delhi Vegetable Market: दिल्ली में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में हाफ टी-शर्ट पहने राहुल गांधी एक सब्जी मंडी में पहुंच गए। राहुल को सब्जियों के दाम पूछते देख सभी दंग रह गए। अब आलम यह है कि उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।
Rahul Gandhi in Delhi Vegetable Market: महंगाई देश की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। खासकर रोजमर्रा की चीजों की बढ़ती कीमतें आम आदमी के लिए परेशानी का सबब बन गई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अब आम लोगों की आवाज बुलंद की है। राहुल गांधी अचानक से दिल्ली की एक सब्जी मंडी में पहुंचे। इस दौरान सब्जियों के दाम सुनकर राहुल के भी होश उड़ गए। सब्जी मंडी में मौजूद कई महिलाओं ने राहुल को अपनी आपबीती सुनाई है।
गिरी नगर मार्केट का किस्सा
दरअसल यह वीडियो दिल्ली की गिरी नगर सब्जी मंडी का है। हनुमान मंदिर के सामने मौजूद इस सब्जी मंडी में राहुल गांधी पहुंचे, तो उन्हें देखकर महिलाओं की खुशियों का ठिकाना नहीं था। दिल्ली की रूह कंपाने वाली सर्दी में हाफ टी-शर्ट पहने राहुल गांधी ने जब सब्जियों के दाम पूछे, तो उनके भी होश उड़ गए।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
राहुल गांधी ने खुद इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि लहसुन कभी 40 रुपए किलो था और आज 400 रुपए किलो बिक रहा है। बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है। राहुल गांधी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
राहुल ने पूछी सब्जियों की कीमत
यह वीडियो 2 दिन पहले का है। कुछ महिलाओं ने राहुल गांधी को चाय पर बुलाया था। महिलाएं महंगाई से बुरी तरह परेशान हैं। महिलाओं का कहना है कि लहसुन 400 रुपए किलो मिल रहा है। इस सीजन में अमूमन सब्जियां सस्ती हो जाती हैं, लेकिन सभी सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। मटर 120 रुपए किलो मिल रही है। सबसे सस्ती अगर कोई चीज है तो टमाटर, जिसके दाम 100 रुपए से कम यानी 60 रुपए में है।
राहुल ने पूछा क्यों बढ़ी महंगाई?
राहुल गांधी ने जब महिलाओं से महंगाई बढ़ने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि एक महिला ने कहा कि सरकार इस चीज पर ध्यान नहीं दे रही है। वो अपने भाषणों में व्यस्त रहते हैं। मगर ये नहीं सोचते कि आम पब्लिक का क्या होगा? इतनी महंगाई में आम लोग खाना कैसे खाएंगे? पहले जो चीज हम 500 में लेते थे अब वो 1000 रुपए में मिलती है। इसका मतलब हम अपने बजट में कटौती करेंगे, जिससे परेशानियां और बढ़ेंगी।