Maharashtra CM Oath Ceremony: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख सामने आई है। इससे पहले महायुति और विधायक दल की बैठक भी होगी। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है। आइए जानते हैं…
Maharashtra New CM Oath Ceremony Update: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस पर फैसले का इंतजार है। इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह होगा। मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने की जद्दोजहद के बीच शपथ ग्रहण समारोह को लेकर जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा। इससे पहले 2 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक हो सकती है।
3 दिसंबर को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की महायुति के साथ बैठक हो सकती है। नाम न छापने की शर्त पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि CM पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल हो चुका है। शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा और दोपहर करीब एक बजे इसका समय रहेगा। मुंबई के आजाद मैदान में समारोह होगा। एक डिप्टी CM शिवसेना से बनेगा और दूसरा डिप्टी CM अजीत पवार की NCP से बनेगा, लेकिन अभी तक इन दोनों के नाम फाइनल नहीं हुए हैं।
शिंदे को गृह मंत्रालय की चाह
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम 23 नवंबर को आए थे, लेकिन 7 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का नाम फाइनल नहीं हो पाया है। भाजपा, शिवसेना शिंदे और NCP अजित पवार गुट से बने महायुति गठबंधन ने चुनाव जीता है। गठबंधन को 288 में से 230 सीटें मिली हैं। सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को मान गए हैं।
लेकिन वे गृह मंत्रालय विभाग चाहते हैं, जिस पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है। 29 नवंबर को एकनाथ शिंदे ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन कुछ पर सहमति नहीं बनने से चीजें फाइनल नहीं हुईं। एकनाथ शिंदे मुंबई लौटे और सभी कार्यक्रम कैंसिल करके अपने पैतृक गांव सातारा चले गए।
विभागों को लेकर तीनों दलों में खींचतान
मुख्य मामला विभागों को लेकर फंसा है। भाजपा गृह मंत्रालय, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, कानून मंत्रालय, ऊर्जा विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है। शिवसेना को हेल्थ डिपार्टमेंट, शहरी विकास मंत्रालय, सार्वजनिक कार्य विभाग, उद्योग विभाग ऑफर हुआ है। NCP अजित गुट को वित्त विभाग, योजना विभाग, कृषि विभाग देने की पेशकश की है, लेकिन इन सभी विभागों को लेकर तीनों दलों में खींचतान मची हुई है।