इजरायली सुरक्षा बलों ने शनिवार को गाजा के नुसीरत में कार्रवाई कर चार बंधकों को मुक्त करा लिया। इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में लड़ाकों समेत करीब 210 फलस्तीनी मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। हमास का दावा है कि इजरायली कार्रवाई में मरे लोगों में बड़ी संख्या आमजनों की है। जबकि इजरायली सेना का दावा है कि कार्रवाई में करीब 100 लोग मरे हैं। कार्रवाई में एक इजरायली सैनिक की भी मौत हुई है।
मध्य गाजा के इस इलाके में लड़ाई जारी है। इजरायली सेना ने बताया है कि कार्रवाई में 25 वर्षीय नोआ आर्गमनी, 21 वर्षीय अल्माग मेयर जेन, 27 वर्षीय एंड्री कोजलोव और 40 वर्षीय शलोमी जीव मुक्त कराए गए हैं। इन सभी को सात अक्टूबर, 2023 को हमास लड़ाकों ने इजरायल से अगवा कर गाजा में बंधक बना रखा था। अभी भी 80 से ज्यादा इजरायली नागरिक फलस्तीनी लड़ाकों के बंधक बने हुए हैं।
कार्रवाई नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र के बीच में हुई
शनिवार सुबह यह कार्रवाई नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र के मध्य में हुई। खुफिया सूचना के आधार पर दो स्थानों पर की गई कार्रवाई में कुछ ही देर में चार बंधकों को मुक्त करा लिया गया और उन्हें तत्काल हेलीकाप्टर से मेडिकल चेकअप के लिए भेज दिया गया। मुक्त हुई नोआ ही वह लड़की है जिसे म्यूजिक फेस्टिवल से अपहृत किया गया था और वह जबरन बाइक पर बैठाए जाते समय बोल रही थी- डोंट किल मी। उसका यह वीडियो बहुत ज्यादा देखा गया था। मुक्ति के बाद नोआ की फोन से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात कराई गई।
मरने वाले फलस्तीनियों की कुल संख्या 36,801 हुई
खुद को बेहद रोमांचित बताते हुए नोआ ने कहा कि वह लंबे समय के बाद हिब्रू भाषा में किसी से बात कर रही है। इससे पहले फरवरी में इजरायली सेना की कार्रवाई में दो बंधकों को मुक्त कराया गया था। नुसीरत में कार्रवाई में मारे गए लगभग 100 लोगों के शव नजदीक के अल अक्सा अस्पताल में लाए गए हैं। एक सौ से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन्हें मिलाकर गाजा में युद्धकाल में मरने वाले फलस्तीनियों की कुल संख्या 36,801 हो गई है।
इस बीच फलस्तीन प्राधिकार के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने नुसीरत में इजरायली बलों द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए नरसंहार से पैदा स्थिति पर विचार के लिए अविलंब सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है।
गाजा को लेकर कई ओर से दबाव झेल रहे नेतन्याहू
आठ महीने से गाजा में जारी सैन्य कार्रवाई को लेकर इजरायल की नेतन्याहू सरकार इस समय कई तरफ से दबाव झेल रही है। अमेरिका सहित विश्व के ज्यादातर देश गाजा में युद्धविराम के पक्ष में हैं। इजरायल में बड़ी संख्या में लोग भी युद्ध रोककर बंधकों की रिहाई कराए जाने के पक्ष में हैं। जबकि इजरायल सरकार का बड़ा वर्ग हमास को खत्म करके ही युद्ध रोकने के पक्ष में है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। इजरायली सरकार सभी बंधकों की घर वापसी के लिए संकल्पबद्ध है। लक्ष्य की प्राप्ति तक अभियान जारी रहेगा।