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कुत्तों के आतंक से परेशान कई शहर

आवारा कुत्तों का आतंक पिछले कई महीनों से सुखियों में बना हुआ था लेकिन Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई के मौत के बाद यह मुद्दा एकबार फिर छिड़ गया है। हम सबने कुत्तों के हमले से कई लोगों की मौत होने की खबरें सुनी हैं। अब इसमें ताजा नाम पराग देसाई का जुड़ गया है। एकबार फिर हम सभी के बीच कुत्तों की समस्या पर डिबेट छिड़ गई है। हाई क्लास के लोगों में कुत्तों को पालना और उनको मॉर्निंग वॉक पर ले जाना उनके स्टैटस को बताता है। किस ब्रीड के कुत्तों को वह अपना पालतू बनाएंगे इसपर भी वह घंटों डिबेट करते हैं, जिससे उनका स्टैटस जस्टफाइ हो सके। लेकिन बीते दिनों एक एक बड़ी चाय कंपनी के मालिक की मौत हो गई। मौत की वजह जानकार आप हैरान हो जाएंगे। जी हां, इनके मौत का कारण यह ‘कुत्ते’ बने। चाय कंपनी के मालिक का नाम पराग देसाई है, यह नामी चाय कंपनी के मालिक थे। इनकी चाय कंपनी का नाम हम सबने सुना होगा और यहां तक की उस चाय का स्वाद भी जरूर लिया होगा। पराग देसाई Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक थे।

पराग देसाई को आवारा कुत्ते ने बनाया अपना शिकार

बीते 15 अक्टूबर की सुबह जब पराग देसाई मॉर्निंग वॉक पर गए तभी उनपर कई आवारा कुत्तों के एक झुंड ने हमला कर दिया। हमला इतना घातक था कि वह जान बचाने के लिए भागने की कोशिश करते हैं। भागने की लगातार कोशिश में वह फिसल जाते हैं और उनके सर पर गंभीर चोट आती है। 49 साल के पराग को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया जाता है और कुछ दिनों के इलाज के बाद रविवार शाम को ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो जाती है।

Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई की कुत्तों की वजह से हुई यह मौत कोई पहली मौत नहीं है। पराग देसाई की दर्दनाक मौत से पहले भी इन आवारा कुत्तों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। जब भी ऐसे मामले सामने आते हैं कुछ दिनों के लिए बहस छिड़ती है और फिर सब शांत हो जाता है। पराग देसाई से पहले लखनऊ से पिटबुल के काटने का मामला आता है फिर गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश लेकिन कुछ घंटों की बहस के बाद सब पहले जैसा हो जाता है और इसी अनदेखी और अनसुनी रवैये के कारण बार-बार ऐसे हादसे होते हैं।

कुत्तों ने गाजियाबाद में 14 साल के बच्चे को बनाया अपना शिकार

गाजियाबाद से पिछले महीने दिल झकझोर देने वाली खबर सामने आई थी जहां एक 14 साल के बच्चे की मौत की वजह एक कुत्ता था। विजय नगर की चरण सिंह कॉलोनी में रहने वाले शावेज को डेढ़ माह पहले एक पालतू कुत्ते ने काटा था। मगर तब डांट के डर से उसने घर में नहीं बताया। जिसके बाद उसके शरीर में इन्फेक्शन इतना बढ़ गया कि उसकी हालत खराब होने लगी। वो अचानक अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा। उसने पानी से डर लगने लगा, उसने खाना पीना बंद भी कर दिया था और कभी कभी वो कुत्ते के भौंकने जैसी आवाज भी निकलने लगा। जब हालत बेहद गंभीर हो गई तब लाचार पिता उसे एंबुलेंस में लेकर दर-दर भटकते रहे लेकिन बड़े अस्पतालों ने भी हाथ खड़े कर दिए, इसके बाद बच्चे की दर्द से तड़प-तड़प कर जान चली गई।

दिल्ली के वसंत कुंज में दो सगे भाई को कुत्तों ने बनाया अपना शिकार

इसी साल मार्च के महीने में दिल्ली के वसंत कुंज में दो सगे भाईयों आदित्य और आनंद की मौत हो गई। एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसमें दोनों की मौत की वजह कुत्ते के काटने से बताई गई। रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों भाईयों की मौत कुत्तों के काटने से हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि कुत्तों के काटने से आदित्य के शरीर पर 19 से ज्यादा गहरे घाव थे। वहीं उसके भाई आनंद के शरीर पर 17 से अधिक गहरे घाव मिले हैं। इसके अलावा कई जगहों पर चोटें भी पाई गई।

नोएडा में खूंखार कुत्तों ने दस साल की बच्ची को बनाया निशाना

इस साल जून के महीने में नोएडा के सेक्टर- 74 स्थित ग्रैंड अजनारा हेरिटेज सोसाइटी में दस वर्षीय बच्चे को कुत्तों के झुंड ने बुरी तरह से काट लिया। बच्चे को आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया जहां डाक्टर ने उसकी प्लास्टिक सर्जरी की। बच्चा जब पार्क में बास्केटबाल की क्लास लेने के लिए जा रहा था उसी दौरान छह-सात आवारा कुत्तों के झुंड ने बच्चे पर हमला कर दिया। हमले में कुत्तों ने बच्चे के पैर कमर, जांघ सहित कई जगह बुरी तरह से काटा। कुत्तों ने बच्चे के शरीर को इस तरह काटा की उसके शरीर से मांस भी बाहर निकाल आया।

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