भारत के चुनाव आयोग ने 2 मार्च को मेघालय विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती के लिए 13 मतगणना केंद्र स्थापित किए हैं। साथ ही पूरे राज्य भर में पर्याप्त सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। सभी ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में सुरक्षा की तीन परतों के तहत रखा गया है। गौरतलब है कि मेघालय विधानसभा के 59 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान 27 फरवरी को आयोजित किया गया था। जिसमें 85.17 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
13 मतगणना केंद्र स्थापित
मेघालय के मुख्य चुनावी अधिकारी फ्रा खारकॉन्गोर ने एएनआई को बताया कि वोटों की गिनती 2 मार्च को आयोजित की जाएगी और गिनती के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि हमने सभी 12 जिलों में 13 मतगणना केंद्र बनाए हैं। मतगणना के लिए 27 मतगणना ऑबर्जवर और 500 माइक्रो ऑबर्जवर तैनात किए गए हैं। एफ. आर. खारकोंगोर ने कहा कि हमने सभी इंतजाम किए हैं।
ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए कर्मी तैनात
पश्चिम गारो हिल्स जिले में जिसके अंतर्गत 11 विधानसभा क्षेत्र हैं। इसके लिए डकोपग्रे क्षेत्र में मतगणना केंद्र स्थापित किया गया है। साथ ही ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में कर्मियों को तैनात किया गया है। वेस्ट गारो हिल्स डिस्ट्रिक्ट के डिप्टी कमिश्नर स्वैप्निल टेम्बे ने एएनआई को बताया कि काउंटिंग हॉल पूरी तरह से तैयार हैं और आवश्यक सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं।
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
डिप्टी कमिश्नर स्वैप्निल टेम्बे ने बताया कि मतगणना करने वाले लोगों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। सुरक्षा के लिए भारत निर्वाचन आयोग का एक मानक प्रोटोकॉल है और सुरक्षा के तीन स्तर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक मतगणना हॉल में हमारे पास 10 टेबल हैं और तीन लोग प्रत्येक टेबल के सामने हैं। इसलिए पूरी निष्पक्षता से चुनाव परिणाम आएंगे। स्वैप्निल टेम्बे ने यह भी कहा कि उन्होंने ऑबर्जवर , रिटर्निंग अधिकारियों और राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में पूरी जांच की है और कोई मुद्दा नहीं उठाया गया।
तीनों राज्यों में कल होगी वोटों की गिनती
गौरतलब है कि त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान हुआ था। तो वहीं नगालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को मतदान हुआ था। हालांकि तीनों विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती गुरुवार को होगी।