डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की तरफ से लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, ”मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमारा नाम क्यों घसीटा है। हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहे हैं। हमारे पहलवान न्याय के लिए लड़ रहे हैं और पूरा देश उनका साथ दे रहा है। स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।”
डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि, इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था, ”विरोध करने वाले खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथों का खिलौना बन गए हैं। कांग्रेस ने लगभग तीन दशक पहले भी इस तरह की साजिश मेरे खिलाफ रची थी।” उन्होंने कहा था, ”मैंने पहले कहा था कि ये साजिश है और इसके पीछे बड़ी ताकत हैं। अब ये ताकतें खुलकर सामने आ रही हैं।”
निष्पक्ष जांच की मांग
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को कहा था कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर चल रहे विवाद में कथित तौर पर उन्हें और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा के नाम को घसीटने पर वो इस खेल प्रशासक के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने पर विचार कर रहे हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग भी दोहराई थी।
इस्तीफा दें मंत्री संदीप सिंह’
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले के बारे में पूछे जाने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ”उन पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि संदीप सिंह इस्तीफा दें।” विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया जैसे देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने और ‘तानाशाह’ की तरह काम करने का आरोप लगाया गया है।