जानें कब से शुरू होगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, पढ़े पूरी ख़बर
राजस्थान में 15 वें जयपुर इंटरनेशनल फेस्टिवल का आयोजन 19 से 23 जनवरी तक किया जाएगा। फेस्टिवल के दौरान फुल लेंथ फिल्मों की लाॅचिंग की जाएगी। इसमें इंडियन पेनोरमा की 12 फीचर फिल्मों की स्क्रनिंग होगी। साथ में ओटीटी पर चर्चित बेव सीरिज भी दिखाई जाएगी। साहित्य के इस कुम्भ में भाषाओं की विविधता के साथ 20 भारतीय भाषाओं और 14 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं को जगह दी जाएगी. इस संबंध में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में महोत्सव के आयोजकों ने बताया कि इस बार जयपुर साहित्य महोत्सव दुनिया भर के 250 से ज्यादा वक्ताओं की मेजबानी करेगा. इनमें विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मानों जैसे नोबेल, बुकर, इंटरनेशनल बुकर, पुलित्जर, साहित्य अकादमी, बैली गिफोर्ड, पेन अमेरिका लिटरेरी अवार्ड्स, डीएससी प्राइज फॉर साउथ एशियन लिटरेचर से सम्मानित हस्तियां भी शामिल होंगी।
इन विषयों पर होंगी चर्चा
इस अवसर पर, लेखिका, प्रकाशक और जयपुर साहित्य महोत्सव की सह निदेशक नमिता गोखले ने कहा, इंटरनेशनल बुकर प्राइज से सम्मानित गीतांजलि और उनकी अंग्रेजी अनुवादक डेजी रॉकवेल, बुकर विजेता श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलक, नोबेल विजेता अब्दुलरजाक गुरनाह और दूसरे बहुत से अंतरराष्ट्रीय और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखक इस उत्सव में शामिल होंगे. साहित्य महोत्सव का कार्यक्रम विविध विषयों को समेटे हुए है, जैसे समय की तात्कालिकता, सक्षम महिलाएं, क्राइम फिक्शन, संस्मरण, अनुवाद, काव्य, अर्थव्यवस्था, तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, भारत के 75 साल, भू-राजनीति, विजुअल आर्ट्स, फोटोग्राफी, स्वास्थ्य और मेडिसीन इत्यादि.
नोबेल पुरस्कार विजेता होंगे शामिल
घोषित सूची के अनुसार नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक अब्दुलरजाक गुरनाह से ब्रिटिश पब्लिशिंग की एलेक्सेंड्रा प्रिंगल संवाद करेंगी. ‘द एसेंशियल अब्दुलरजाक गुरनाह’ नामक सत्र में गुरनाह की बेमिसाल किताबों पर गहन चर्चा होगी. गुरनाह की हालिया प्रकाशित किताब आफ्टरलाइव में पूर्वी अफ्रीका में जर्मन औपनिवेशक ताकतों और उसके बाद वहां नागरिकों के जीवन को उकेरा गया है. पश्चिम एशिया के अतीत की कहानी बयां करते एक सत्र में पत्रकार और लेखक माइकल वतिकिओतिस धर्म और अपनी पहचान के द्वंद्व में फंसे अपने परिवार के इतिहास को साझा करेंगे. इस सत्र में इतिहासकार और महोत्सव के सह निदेशक विलियम डेलरिम्पल से बातचीत में माइकल श्रोताओं को पश्चिम एशिया के अनजाने पहलुओं के बारे में बताएंगे.