CM अशोक गहलोत ने इस मामले को ले कर PM मोदी पर साधा निशाना, बोले…
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि गुजरात के मोरबी में पुल गिरने की घटना लापरवाही का नमूना है। सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। अभी जो मुआवजा दिया जा रा है वह नाकाफी है। इस लापरवाही के जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए। मामले की जांच समयबद्ध हाईकोर्ट के जज से करवानी चाहिए। ताकि लोगों को मालूम पड़े कि किसका दोष था, उन्हें सजा मिल सके। ये जो मैनेजमेंट कंपनी कर रही थी, हमने सुना है कि जल्दबाजी में बिना सर्टिफिकेट लिए हुए ब्रिज को चालू कर दिया। मेन कारणा हादसा का ये भी हो सकता है। इसकी जांच होगी, तब मालमू पडे़गा।
राजस्व कमाने के चक्कर में शुरुआत कर दी
सीएम गहलोत ने कहा कि चुनाव की वजह से कंपनी से बिना सर्टिफिकेट लिए ही ब्रिज को चालू कर दिया। प्रमुख कारण हादसा का हो सकता है। इसकी जांच होने पर मालूम पड़ेगा। उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हो। राजस्व कमाने के चक्कर में इन्होंने इसकी शुरुआत कर दी है। मीडिया में जो खबरें आ रही है, उससे और ज्यादा शव मिलने की संभावना है। बहुत दुखद घटना है। मैं समझता हूं, मुआवजा अपर्याप्त है। मुआवजे में कोई राजनीति नहीं है। यह तो लापरवाही का नमूना है। सरकार का चाहिए कि फंड की व्यवस्था करें।
मुआवजा राशि अपर्याप्त
राज्य सरकार 4 लाख रुपये मुआवजा राशि दे रही है, पीएम राहत कोष से 2 लाख रुपये की राशि अपर्याप्त है। कम से कम 10 लाख रुपये राज्य सरकार से मिलना चाहिए। 5 लाख रुपये पीएम राहत कोष से मिले। प्राकृतिक प्रकोप भी नहीं है। इसलिए सरकार का चाहिए कि तत्काल कार्यवाही करें। सीएम गहलोत ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था। जबक परमिशन नहीं दी तो अलाऊ क्यों किया गया। इतनी बड़ी घटना हो गई। सब लोग देश के चिंतित है।