बरेली में रविवार को भी बादल छाए हुए हैं। आज भी बारिश के आसार हैं। बीते 24 घंटे में 12.1 मिमी बारिश से अधिकतम पारे में आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई।
बरेली में शुक्रवार रात से शुरू हुई बारिश शनिवार दोपहर तक जारी रही। 24 घंटे में 12.1 मिमी बरसात से अधिकतम पारे में आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। लोगों को सर्द हवा कंपकंपाती रही। रात में भी बारिश जारी रही। मौसम विभाग ने रविवार को भी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। सुबह से बादल छाए हुए हैं। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई है।
शनिवार को शहरवासियों की सुबह घने बादल और हल्की व तेज बारिश के साथ हुई। सुबह आठ बजे बारिश थमी, लेकिन दस बजे फिर से बूंदाबांदी के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। यह सिलसिला दोपहर 12 बजे तक जारी रहा। एक बजे के बाद मौसम साफ होने लगा और दो बजे से धूप निकली, लेकिन सर्द हवा के आगे बेअसर रही। हवा में नमी सौ फीसदी तक पहुंचने से ढलती शाम के साथ सर्दी बढ़ गई।
मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक रुहेलखंड क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। अनुकूल माहौल अभी बना हुआ है। पर उच्च वायुदाब का क्षेत्र बनने से बारिश थमी है। रविवार सुबह तेज हवा चलने के बाद हल्की और तेज बारिश की उम्मीद जताई है। शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 20.3 डिग्री, न्यूनतम 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कीचड़ से आवागमन बाधित
बारिश के बाद जिला अस्पताल में बिछ रही सीवर लाइन की खोदाई के चलते मरीजों को आवाजाही में खासी दिक्कत हुई। मिट्टी की फिसलन से बचते-बचाते मरीज पर्चा, ओपीडी, लैब और फिर दवा काउंटर पर पहुंचे। वहीं, कुछ मरीज महिला अस्पताल की ओर मुड़कर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन फिसलन से परेशान होते रहे।
जलभराव से जूझे लोग
सिकलापुर, अहमद अली तालाब वाली गली, राजीवनगर, सुभाषनगर पुलिया, आजादनगर, जगतपुर, श्यामगंज, सैलानी, सूफी टोला और पुराना शहर समेत इज्जतनगर की कई कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति रही। आवाजाही के लिए लोग कीचड़ से होकर गुजरने को विवश रहे। वहीं, सड़कों के किनारे जमा कचरा भी बारिश की वजह से सड़कों पर फैल गया। नालियां उफनाने से दुर्गंध भी पसरी रही।
सावधानी बरतें बच्चे, बुजुर्ग
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राहुल बाजपेई के मुताबिक बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। निजात के लिए लोग जलनिकासी की व्यवस्था करें। बदलते मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को भीगने से बचने, धूप निकलने पर हल्के गर्म कपड़े पहने रहने, खुले में बिक रही खाद्य सामग्री और ठंडे पेय पदार्थ का सेवन न करने को कहा है। तबियत बिगड़ने पर जांच और इलाज का सुझाव दिया है।