संयुक्त राज्य अमेरिका में भी राम मंदिर का जश्न मनाया जा रहा है। इस अवसर पर न्यूजर्सी के मोनरो स्थित ओम श्री साईं बालाजी मंदिर और संस्कृति केंद्र में भगवान हनुमान की 25 फीट लंबी एक विशाल मूर्ति पहुंची है। मंदिर के अध्यक्ष सूर्यनारायण मद्दुला ने कहा कि यह बहुत बड़ा संयोग है कि अयोध्या में भागवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले उनके सबसे बड़े भक्त हनुमान न्यूजर्सी पहुंचे हैं। ओम श्री साईं बालाजी मंदिर के इतिहास में आज का दिन काफी यादगार है। हनुमान जी भारत से आए हैं। मूर्ति की लंबाई 25 फीट है। खास बात यह है कि 15 टन की यह प्रतिमा एक ही पत्थर से बनी है और पूरे अमेरिका की सबसे बड़ी इनडोर प्रतिमा है। इस साल के अंत तक मंदिर तैयार हो जाएगा और मूर्ति की स्थापना हो जाएगी।
भगवान राम के भक्त अमेरिका पहुंचे
मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा कि हमारे लिए यह मील का पत्थर है। भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान हैं और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले उनके भक्त अमेरिका की धरती पर पहुंचे हैं। हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है। मूर्ति के आगमन की खुशी में मंदिर के अध्यक्ष सूर्यनारायण मद्दुला, ट्रस्टी पंकज मोहन और सह-संस्थापक रमेश तदुवई और रामकृष्ण सन्निधि के साथ-साथ हिंदु समुदाय के नेता आलोक कुमार, संजीव सिंह, राजीव अखौरी और अनुराग कुमार भी शामिल हुए।
ह्यूस्टन में लगा श्रीराम के सार को समझाने वाला बोर्ड
राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले अमेरिका के ह्यूस्टन में श्री राम के सार को बताने वाला एक बड़ा बोर्ड लगाया गया है। इस बोर्ड ने सोमवार को हजारों लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। बता दें, ये कोई आम बोर्ड नहीं है। इस तीन सौ फीट लंबे बोर्ड में मंदिर के उद्घाटन के बारे में जानकारी दी गई है। ग्रीन कुंभ यात्रा और राम सेतु बचाओ अभियान के संस्थापक लिविंग प्लैनेट फाउंडेशन की डॉ. कुसुम व्यास ने इस बोर्ड को डिजाइन किया। इस लगवाने में स्वयंसेवक उमंग मेहता ने साथ दिया। वहीं, ग्रेटर ह्यूस्टन के हिंदू (एचजीएच) संगठन ने लोगों को प्रेरित करके फंड जुटाया और बोर्ड के लिए दिया। इस बोर्ड को ह्यूस्टन में एक जानी मानी जगह पर लगाया गया है। इस बड़े बोर्ड में 21 जनवरी को ह्यूस्टन के गुजरात समाज में होने वाले उत्सव के बारे में भी बताया गया है। साथ ही सभी ह्यूस्टनवासियों को खुला निमंत्रण दिया गया है।