अयोध्या से थोड़ी दूर पर बना योगी आदित्यनाथ का मंदिर, पढ़े पूरी ख़बर
भगवान राम की नगरी अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का काम गति पर है। इससे पहले ही अयोध्या से करीब 25 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाइवे पर योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनकर तैयार हो गया है।
इतना ही नहीं इस मंदिर में रोज पूजा-पाठ का कार्य भी किया जाता है। अयोध्या में भरतकुंड के पास मौर्या का कल्याण भदरसा पुरवा गांव में बने इस मंदिर में किसी भगवान की जगह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्ति लगाकर पूजा भी की जा रही है।
मंदिर कम समय में ही तैयार
अयोध्या में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बन गया है। राम जन्मभूमि से लगभग 25 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाईवे पर भरत कुंड के पास कल्याण भदरसा गांव के मौर्या का पुरवा में बने इस मंदिर में योगी आदित्यनाथ की मूर्ति लगाई गई है। जिसमें उनके हाथ में धनुष और बाण भी है।
मंदिर निर्माण आरंभ होने के बाद पांच अगस्त 2020 को योगी आदित्यनाथ मंदिर का भूमि पूजन किया। उसके बाद जुलाई 2022 में मंदिर बनकर तैयार हुआ। वाले प्रभाकर मौर्य ने कहा जो राम का मंदिर बनवा रहा है, हमने हमने उसका मंदिर बनवाया है। योगी आदित्यनाथ की महिमा भी निराली है। वह काफी पूजनीय हैं, इसी कारण हमने उनका मंदिर बनवा दिया है।
प्रभाकर मौर्य ने कहा इस मंदिर का निर्माण कराने प्रतिदिन भगवान श्रीराम की तरह योगी जी के मंदिर में उनके सामने पूजा पाठ करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे पास ना तो सरकारी नौकरी है और न ही बड़ी खेती है, उसके बाद भी यूट्यूब पर अपने भजनों को डालकर प्रति माह एक लाख से अधिक रुपए कमा रहे है। उसी पैसे से ही मंदिर का निर्माण करवाया गया है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रारंभ होने से प्रसन्न प्रभाकर मौर्य ने मंदिर निर्माण आरंभ होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर खुद अपने खेतों में भगवा रंग में बनाकर तैयार कर दिया। मंदिर के अंदर मुख्यमंत्री की दिव्य मूर्ति भगवान श्रीराम की तरह धनुष बाण लिए स्थापित की गयी है। मंदिर बनवाने में उन्होंने करीब छह लाख से अधिक रुपए खर्च किये हैं। वर्ष 2016 में प्रभाकर ने एक गीत जनता सीएम मांग रही योगी-योगी को प्रस्तुत किया था। जिसके बाद योगी आदित्यनाथ ने उन्हें गोरखपुर में सम्मानित भी किया था।
सोहावल तहसील के कल्याण भदरसा मजरे मौर्य का पुरवा निवासी योगी आदित्यनाथ प्रचारक के रूप में जाने जाने वाले 32 वर्षीय प्रभाकर मौर्य भजन गायक हैं। उन्होंने 2016 में ही योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रचार-प्रसार भी करना आरंभ कर दिया था। प्रभाकर ने संकल्प लिया था कि जो भगवान श्रीराम का अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण करवाएगा, उसका मंदिर बनवा कर पूजा की जाएगी। योगी आदित्यनाथ के इस मंदिर में रोज शाम को योगी बाबा की आरती भी की जाती है। आरती को भी काफी संगीतबद्ध किया गया है।
विशेष आर्डर देकर राजस्थान से मंगवाई मूर्ति
प्रभाकर ने मंदिर का निर्माण आठ लाख 56 रुपया की लागत से कराया है। मंदिर में स्थापित मूर्ति राजस्थान से विशेष आर्डर देकर बनवाई है। मंदिर में लगी प्रतिमा को योगी आदित्यनाथ को राम के अवतार में दिखाया गया है। प्रभाकर मानते है कि योगी आदित्यनाथ भगवान राम और कृष्ण के अवतार है, इसलिए सनातन धर्म का प्रचार कर रहे है। वह भी किसी भगवान से कम नहीं है।
एक बीघे के परिसर में बनाए तीन मंदिर
एक ही परिसर में योगी आदित्यनाथ के मंदिर के साथ शनिदेव, नवग्रह मंदिर व मां दुर्गा का मंदिर निर्माण करवाया है। बस फर्क इतना है कि मां दुर्गा के मंदिर के ऊपर अभी टीन की ही चद्दर लगी हुई है, जबकि शनिदेव के मंदिर पर महंगे पत्थरों को लगाकर सुसज्जित किया गया है। प्रभाकर मौर्य का कहना है कि आगे पैसा जिस तरह से आएगा धीरे-धीरे करके मां दुर्गा व शनिदेव के मंदिर को भी भव्य किया जाएगा।