लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैब ड्राइवर की पिटाई के मामले में लखनऊ पुलिस ने लड़की को नोटिस देने के बाद पूरे मसले पर पूछताछ की. लड़की पर कैब ड्राइवर को बेरहमी से सार्वजनिक तौर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगा है.
पुलिस ने करीब 2 घंटे तक की पूछताछ
लखनऊ पुलिस ने लड़की से रविवार को करीब 2 घंटे तक पूछताछ की जिसमें उसने खुलासा किया कि सड़क पर चलते समय कई यात्रियों और व्यक्तियों ने उसे प्रताड़ित किया. इसलिए, वह अपने आस-पास होने वाली ऐसी किसी भी घटना को लेकर बहुत सतर्क हो गई थी.
कैब चालक को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया
इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एक चार्जशीट कोर्ट में भेजी जानी है. दूसरी ओर लखनऊ पुलिस ने आज कैब चालक को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है.
मामले की जांच अब एडीसीपी सेंट्रल जोन को दी गई
इससे पहले कैब ड्राइवर की पिटाई मामले में थाना इंचार्ज समेत उप निरीक्षक और चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही इस मामले की जांच अब एडीसीपी सेंट्रल जोन चिरंजीवी नाथ सिन्हा को दी गई है.
थाना इंचार्ज पर उच्च अधिकारियों को मिसगाइड करने का आरोप
ट्रैफिक रेड लाइट पर थप्पड़ कांड के बाद कृष्णानगर थाना इंचार्ज महेश दुबे, उपनिरीक्षक मन्नान और चौकी इंचार्ज भोला खेडा हरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर किया गया. थाना इंचार्ज पर अपने उच्च अधिकारियों को मिसगाइड करने का आरोप है, जबकि चौकी इंचार्ज पर ड्राइवर ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है.
चौकी इंचार्ज और थाना इंचार्ज के बीच थप्पड़ कांड के बाद से विवाद चल रहा था. दोनों ने एक-दूसरे पर जानकारी न देने का आरोप लगाया. हालांकि कैब ड्राइवर की पिटाई करने की आरोपी लड़की ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपनी सफाई दी थी.
‘मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा था’
पुलिस की ओर से एफआईआर होने के बाद लड़की सामने आई और दावा किया कि, मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा था. मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है. इस बीच कैब ड्राइवर ने दावा किया कि, थप्पड़ मारने वाली लड़की पुलिस की मुखबिर है.