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स्वाति का प्यार, मनोज की साजिश और मासूम पेंटर की हत्या… ‘कातिल प्रेमी युगल’ का खौफनाक खेल

मुरादाबाद में हुए पेंटर योगेश हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपी मनोज और उसके रिश्तेदार मंजीत को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मनोज की प्रेमिका स्वाति ने ही परिवार को फंसाने के लिए हत्या की साजिश रची थी। क्राइम पेट्रोल देखकर बनी इस साजिश में बेगुनाह योगेश की जान चली गई।

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की एक युवती प्रेमी के प्यार में इस कदर अंधी हुई कि उसने बेगुनाह का ही कत्ल करा दिया। अपने परिवार को फंसाने के लिए प्रेमी के साथ खौफनाक साजिश भी रची। युवती अपने प्रेमी के इश्क में इस कदर डूबी थी कि वो अपने परिवार को नींद की गोलियां खाने में मिलाकर दे देती और फिर रात में छत पर प्रेमी को बुलाती। प्रेमी के साथ रात बिताती थी। जब परिवार को इनके अफेयर की जानकारी हुई तो प्यार और जुनून में डूबी इस जोड़ी ने खतरनाक साजिश रची। इस साजिश में गांव के ही एक बेगुनाह पेंटर की बलि चढ़ा दी। पेंटर योगेश का कत्ल परिवार को फंसाने के लिए किया, लेकिन पुलिस की जांच में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। पुलिस ने प्रेमी युगल को पकड़ लिया और उनके पूरे प्लान को फेल कर दिया। आइए जानते हैं क्या है पूरी कहानी।

दरअसल, मुरादाबाद की रहने वाली स्वाति ने सैलून चलाने वाले प्रेमी मनोज को पाने के लिए ऐसी खौफनाक साजिश रची, जिसे सुनकर पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को पुलिस ने पेंटर योगेश की हत्या का पर्दाफाश कर दिया।

प्रेमी मनोज के जरिए बेगुनाह पेंटर योगेश की हत्या कराने वाली स्वाति अपने पूरे परिवार को खत्म कराने की तैयारी कर चुकी थी। वह खाने में नींद की गोलियां मिलाकर परिवार को सुलाकर प्रेमी से मिलती थी। परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो उसने पूरे परिवार को खत्म कराने की साजिश रची। हालांकि वह अपने इस मकसद में वह कामयाब नहीं हो पाई। इसके बाद उसने पिता और भाइयों को ही जेल भिजवाने की साजिश रच डाली। स्वाति की प्लानिंग इससे भी आगे तक थी। योगेश की हत्या में अगर उसके भाई और पिता जेल नहीं जाते तो वह दोबारा परिवार को खत्म करने का प्रयास करती।

पुलिस पूछताछ में स्वाति और उसके प्रेमी मनोज ने यह कबूल किया है। सोमवार दोपहर बाद स्वाति, मनोज और मनोज के ममेरे भाई मंजीत को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।
एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि 18 सितंबर की सुबह पाकबड़ा के मौढ़ा तैय्या के पास कब्रिस्तान में एक युवक का शव मिला था। उसकी पहचान गुरैठा निवासी 21 वर्षीय पेंटर योगेश के रूप में हुई थी। इस मामले में योगेश के भाई उमेश ने गांव में रहने वाले शोभाराम, उसके बेटे गौरव और कपिल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल की तो सामने आया है कि हत्याकांड में गौरव, कपिल शामिल नहीं थे बल्कि इनकी बहन स्वाति शामिल थी। जांच में पता चला कि बदायूं के फैजगंज बेहटा थाना इलाके के खेड़ादास निवासी मनोज पाकबड़ा में सौनियों वाला बड़ा मंदिर में किराये पर रहता था, जो गुरैठा गांव में सैलून चलाता था।
मनोज और स्वाति के बीच प्रेम संबंध थे लेकिन परिवार के लोगों को इसकी भनक लग गई थी। क्राइम पेट्रोल देखने के बाद मनोज ने स्वाति को बताया कि किसी व्यक्ति की हत्या करने के बाद तुम्हारे पिता-भाइयों को जेल भिजवा देंगे। इस पर स्वाति राजी हो गई थी।

रविवार की रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मनोज और उसके ममेरे भाई डिलारी के तेलीपुरा निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया। इस दौरान मनोज के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने स्वाति को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवती ने पूछताछ में कबूला है कि वह खाने में नींद की गोलियां मिलाकर परिवार को सुला देती थी।
इसके बाद वह मनोज को अपने घर बुलाकर उससे बातचीत करती थी। कुछ दिन से परिवार के लोगों को शक होने लगा था। जिस कारण मनोज और स्वाति की बात नहीं हो पा रही थी। उन्होंने योगेश की हत्या करने के बाद उसके ही फोन से पुलिस को कॉल की थी ताकि स्वाति के पिता और भाई जेल चले जाएं। इसके बाद उनका मिलना जुलना शुरू हो जाएगा।
शोभाराम और उसके बेटों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई। पुलिस ने शोभाराम के घर दबिश दी तो शोभाराम और उसके बेटे घर में ही खाना खाते हुए मिल गए थे। इससे पुलिस को लगा कि अगर कोई हत्या करेगा तो वह भागने की कोशिश करेगा लेकिन पिता पुत्र घर में ही मौजूद मिल गए। इससे पुलिस को लगा कि इस हत्याकांड में इनके नाम गलत शामिल हो गए हैं।
मनोज ने योगेश के मोबाइल से 112 पर कॉल की थी। पुलिस से की बातचीत रिकार्ड हो गई थी। पुलिस ने 112 के मुख्यालय लखनऊ से रिकार्डिंग मंगवा ली। रिकार्डिंग योगेश के परिवार और गुरैठा गांव के अन्य लोगों को सुनवाई लेकिन सभी ने योगेश की आवाज होने से इन्कार कर दिया।
योगेश हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी सतपाल अंतिल ने 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह, सीओ हाईवे राजेश कुमार, एसओ पाकबड़ा योगेश कुमार की टीम ने इस केस पर काम किया। सही खुलासा होने से तीन निर्दोष जेल जाने से बच गए। इस केस में सर्विलांस सेल, एसओजी ने भी किया है।

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