लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान आज सदन में अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य के बीच में तीखी नोंक-झोंक हुई. आज विधानसभा की कार्यवाही तब रोचक हो गई जब नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को जवाब देने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य खड़े हुए.
बातचीत का दौर शुरू होने के साथ ही अखिलेश और केशव में बहस का नजारा बन गया. मामला गहराता देख विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को हस्तक्षेप करना पड़ा. अंतत: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा सुप्रीमो को सदन की मर्यादा का पाठ पढ़ा दिया.
विकास क्या सैफई की जमीन बेचकर किया?
सरकार का पक्ष रखते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, नेता प्रतिपक्ष कुछ इस तरह विकास कार्य का बखान करते हैं जैसे उन्होंने सैफई की जमीन बेचकर सबका निर्माण कराया हो. इस पर अखिलेश तिलमिला उठे.
दरअसल, विधानसभा की कार्यवाही के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के विकास कार्यों पर केशव प्रसाद ने तंज कर दिया. इसके बाद अखिलेश बोले कि आपके ब्लॉक की सड़क किसने बनाई है? इतना सुनते ही अखिलेश यादव भड़क उठे. उन्होंने कहा, ‘क्या तुम अपने पिताजी के घर से रुपए लाते थे?’ इसके बाद तो नजारा ही बदल गया. सपा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप होने लगा.
‘तुम’ शब्द पर भड़के भाजपाई
सदन में शोर बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अपनी सीट से उठ खड़े हुए. उन्होंने सबको शांत कराया. इसके बाद सीएम योगी ने सबको सदन की गरिमा का पाठ पढ़ाते हुए गलत शब्दों का चुनाव करने से रोका.
अखिलेश ने भी नेता सदन से अध्यक्ष के माध्यम से कहा कि, किसी पर पर्सनल कमेंट नहीं करना चाहिए. साथ ही, उन्होंने सदन की मर्यादा को बनाए रखने के लिए अपने शब्दों को कार्यवाही से हटाने की अपील की. इसके साथ ही सदन की कार्यवाही से अपशब्द को हटाने पर सबकी सहमति दी गई.
केशव बोले- मैं आंदोलन के जीवन में रहा हूं
आज यूपी विधानसभा में चर्चा के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से पूछा कि आप पर कितने मुकदमे हैं वह भी बता दें. इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि मैं आंदोलन के जीवन में रहा हूं, ऐसे में मुकदमे होना सामान्य बात है.