लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर इस वर्ष 21 अगस्त से चलाये जा रहे प्रदेश व्यापी मिशन शक्ति तृतीय चरण अभियान के तहत अपराधियों को सजा दिलाये जाने के सार्थक नतीजे सामने आये है।
आपके घर की बत्ती भी हो सकती है गुल, यूपी में कोयले की कमी से पैदा हुआ बिजली संकट, पढ़ें पूरी खबर
4 अभियुक्तों को मृत्यु दण्ड की सजा
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया है कि इस अवधि में अभियोजन विभाग ने प्रभावी पैरवी के माध्यम से कुल 4 अभियुक्तों को मृत्यु दण्ड की सजा दिलाने में सफलता प्राप्त की है, जिनमें से फिरोजाबाद के 2 मुकदमों 2 अभियुक्तों तथा हाथरस व लखनऊ के एक-एक मुकदमें एक-एक अभियुक्त को मृत्यु दण्ड की सजा हुई है।
74 मुकदमों में 134 अभियुक्तों को आजीवन कारावास
अवस्थी ने बताया कि इस अवधि में प्रदेश के कई जिलों में चल रहे 74 मुकदमों में 134 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा प्रभावी पैरवी के फलस्वरूप दिलाने में सफलता प्राप्त हुई है। आजीवन कारावास की सजा कराने वाले तीन शीर्ष जनपद क्रमशः अलीगढ़, बरेली व सीतापुर है।
PM मोदी के गढ़ वाराणसी से प्रियंका गांधी ने भरी हुंकार, कहा- बीजेपी की सरकार न्याय देने में असफल
977 मुकदमों में 1027 अभियुक्तों की जमानतें खारिज
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि 89 मुकदमों में 98 अभियुक्तों को 10 वर्ष एवं 10 वर्ष से अधिक की सजा कराने में सफलता मिली है, जिनमें तीन शीर्ष जनपदों के नाम- सीतापुर, बरेली व शाहजहापुर है।
इसी प्रकार 221 मुकदमों में 262 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम की सजा भी दिलाने में सफलता प्राप्त हुई है। जिनमें तीन शीर्ष जनपद कानपुर नगर, अलीगढ़ तथा कासगंज है। इसके अलावा 977 मुकदमों में 1027 अभियुक्तों की जमानतें खारिज करायी गयी है।
Lakhimpur: आशीष मिश्रा को हुई जेल, जानिए किन सवालों में उलझ गया आशीष