रैली को लेकर प्रभारी ने दिए सख्त निर्देश
बैठक के दौरान नीलांशु चतुर्वेदी ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि रैली में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को होने वाली यह रैली कांग्रेस की दिशा तय करने वाला एक बड़ा कदम है, जिसे सफल बनाना हर कार्यकर्ता का कर्तव्य है।
उन्होंने यह भी कहा कि एसआईआर (Special Information & Reporting) से जुड़े सभी बिंदुओं पर पूरी तैयारी होनी चाहिए और क्षेत्रीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को संगठित होकर काम करना होगा।
वोट चोरी मुद्दे पर बोले प्रभारी
पत्रकारों से बातचीत में नीलांशु चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस की यह रैली “वोट चोरी” के खिलाफ एक बड़ा जनआंदोलन साबित होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में लगातार वोटों की चोरी, मतदाता सूची से नाम गायब होने और चुनावी प्रक्रियाओं में अनियमितताओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी।
उनके मुताबिक—
“यह रैली दिल्ली के ऐतिहासिक रमलीला मैदान में आयोजित होगी और लाखों लोगों की उपस्थिति में वोट चोरी के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई को नई ताकत मिलेगी।”
भाजपा पर जमकर साधा निशाना
प्रभारी नीलांशु चतुर्वेदी ने भाजपा पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि—
“भाजपा बाबा साहब के संविधान को कमजोर करना चाहती है। संविधान के मूल सिद्धांतों और लोकतांत्रिक ढांचे को नुकसान पहुंचाने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। कांग्रेस इन प्रयासों के खिलाफ मजबूती से खड़ी है।”
उन्होंने कहा कि यह रैली संविधान, लोकतंत्र और जनाधिकारों की रक्षा के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव साबित होगी।
रैली की पूरी रूपरेखा तैयार
बैठक में रैली के लिए:
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कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ
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भीड़ जुटाने की रणनीति
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सोशल मीडिया टीम की भूमिका
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बूथ स्तर तक संपर्क अभियान
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परिवहन और व्यवस्थाएँ
जैसे कई मुद्दों पर विस्तार से योजनाएं बनाई गईं। जिला इकाई से लेकर ब्लॉक स्तर तक सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अभियान को गंभीरता से लें और अधिक से अधिक लोगों को रैली तक पहुंचाने का प्रयास करें।
कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह
बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रैली को लेकर काफी उत्साह देखा गया। सभी ने एकजुट होकर आयोजन को सफल बनाने का संकल्प लिया। नीलांशु चतुर्वेदी ने सभी से कहा कि यह सिर्फ रैली नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है—और हर कार्यकर्ता इसके लिए तैयार रहे।
कुल मिलाकर, कन्नौज में आयोजित यह बैठक कांग्रेस की आगामी विशाल रैली की तैयारी का महत्वपूर्ण चरण रही, जिसमें संगठन ने अपनी रणनीति और दिशा दोनों स्पष्ट कर दीं।