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कन्नौज में भाकियू का जोरदार प्रदर्शन, किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पर हंगामा तेज

कन्नौज। जिले में किसानों की लगातार बढ़ती समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) एक बार फिर आक्रामक रुख में दिखाई दिया। सोमवार को भाकियू कार्यकर्ता और जिलेभर के किसान बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का गुस्सा इतना अधिक था कि पूरे परिसर में “किसान विरोधी नीतियां बंद करो” और “किसानों की आवाज़ दबाना बंद करो” जैसे नारे गूंजते रहे।

भाकियू नेताओं ने बताया कि स्मार्ट मीटर का विरोध लगातार तेज हो रहा है। किसानों का कहना है कि स्मार्ट मीटर के नाम पर बेतहाशा बिजली बिल वसूले जा रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक हालत और कमजोर हो रही है। इसके साथ ही अन्ना पशुओं की समस्या भी किसानों की सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है। खुले घूम रहे पशुओं से फसलों का भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

इसी तरह खाद की किल्लत भी ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर स्वरूप ले चुकी है। कई किसान समय से खाद न मिलने के कारण बोआई और अन्य कृषि कार्यों में पिछड़ रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने मांग की कि खाद उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और समय पर वितरण हो, जिससे किसानों को परेशान न होना पड़े।

किसानों ने आलू भंडारण शुल्क का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया। भाकियू का कहना है कि प्रदेश में आलू किसानों को पहले से ही लागत न मिलने की समस्या होती है, ऊपर से भंडारण का किराया अचानक बढ़ा देने से किसान दोहरी मार झेल रहे हैं। उन्होंने मांग की कि भंडारण का तय किराया पहले ही घोषित किया जाए, ताकि किसान योजना बनाकर काम कर सकें।

भाकियू के जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में किसानों ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में बिजली बिल सुधार, खाद उपलब्धता, अन्ना पशु नियंत्रण, स्मार्ट मीटर का विरोध, भंडारण किराया निर्धारण सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल रहे।

जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जिले में किसानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार और प्रशासन दोनों ही किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं, जिससे किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही इन मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो भाकियू बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ने को मजबूर होगा।

प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में भारी भीड़ जमा रही और पुलिस बल भी मुस्तैदी से तैनात रहा। हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

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