बदायूँ जिले के बिसौली तहसील परिसर से एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ चकबंदी विभाग में तैनात लेखपाल दुष्यन्त कुमार सिंह का रिश्वत लेते हुए वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि लेखपाल एक ग्रामीण से इंतखाव (अदला-बदली/नामांतरण) के नाम पर खुलेआम रुपए वसूलता दिखाई दे रहा है।
सूत्रों के अनुसार, दुष्यंत कुमार सिंह पर पहले भी अवैध वसूली के आरोप लगे हैं, लेकिन इस बार वीडियो सामने आने के बाद पूरे तहसील परिसर में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल बिना रुपए लिए किसी भी कार्य की फाइल आगे नहीं बढ़ाता और काम में जानबूझकर देरी करता है, ताकि गरीब किसानों को मजबूर होकर रिश्वत देनी पड़े।
योगी सरकार के आदेशों की खुली धज्जियाँ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की लगातार बात कही जाती है, कई बार कड़े निर्देश भी जारी किए गए हैं, लेकिन बिसौली तहसील का यह मामला उन सभी आदेशों की खुली धज्जियाँ उड़ाता दिखाई देता है। वीडियो में दिख रही निर्भीकता से यह स्पष्ट होता है कि लेखपाल को न तो किसी अधिकारी का डर है और न ही सरकार के कड़े दिशा-निर्देशों का कोई असर।
ग्रामीणों का आरोप है कि तहसील के कई विभागों में लंबे समय से अवैध वसूली का खेल चल रहा है, लेकिन किसी अधिकारी ने अभी तक इस पर रोक लगाने की कोशिश नहीं की। लेखपाल दुष्यंत कुमार सिंह का वायरल वीडियो इसी भ्रष्टाचार का ताजा उदाहरण बनकर सामने आया है।
इंतखाव और चकबंदी के नाम पर उगाही बनी सामान्य प्रक्रिया
बिसौली क्षेत्र के ग्रामीण बताते हैं कि चकबंदी, इंतखाव, नामांतरण और नक्शा सत्यापन जैसे कार्यों में रिश्वत माँगना यहाँ की “नियमित प्रक्रिया” बन गई है।
कई किसानों ने कहा कि:
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“फाइल तभी आगे बढ़ती है, जब लेखपाल को उसकी ‘फिक्स रकम’ दे दी जाए।”
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“जो किसान पैसा नहीं दे पाता उसका काम महीनों लटका दिया जाता है।”
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“जमीन संबंधी कार्यों में गरीब किसान सबसे ज्यादा उत्पीड़न झेलते हैं।”
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की कार्यवाही पर नजरें
जैसे ही रिश्वतखोरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, क्षेत्र में आक्रोश बढ़ गया। लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
हालांकि खबर लिखे जाने तक अधिकारियों की तरफ से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई थी, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही जांच बैठाई जा सकती है।
स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी और एसडीएम से गुहार लगाई है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके और तहसील स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
ग्रामीणों में गुस्सा, न्याय की मांग तेज
क्षेत्र में इस घटना को लेकर काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। किसानों का कहना है कि अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े स्तर पर विरोध दर्ज कराएंगे। कुछ लोगों ने लेखपाल पर पूरी तरह से पद दुरुपयोग और सत्ता का भय ना होने का आरोप लगाया है।
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