काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती बम धमाके से पूरी दुनिया सहमी हुई है। इस बीच अमेरिका ने 48 घंटे के भीतर काबुल में अपने 13 जवानों की शहादत का बदला ले लिया है।
ISIS के ठिकानों पर की एयरस्ट्राइक
काबुल हमले के बाद अमेरिका ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। अमेरिका ने दावा किया है कि इस हमले में उसने काबुल हमले के साजिशकर्ता को मार गिराया है।
अमेरिकी सेना का बयान-‘हमने लक्ष्य को मार गिराया।’
वहीं अमेरिकी सेना ने बयान भी जारी किया है। बयान में अमेरिका ने कहा, ‘अमेरिकी सैन्य बलों ने आज एक ISIS-K प्लानर के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में हुआ। शुरुआती संकेत हैं कि हमने लक्ष्य को मार गिराया।’
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हमले को अंजाम देने वाले को नहीं छोड़ेंगे-जो बाइडेन
बता दें कि काबुल हमले के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी आतंकी संगठन को सख्त चेतावनी दी थी। बाइडन ने कहा था, ‘इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं।
बम धमाके में 13 अमेरिकी मारे गए थे
बतादें की काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती बम धमाके में 13 अमेरिकी मारे गए थे। इसके अलावा 60 से अधिक अफगानी नागरिकों की भी काबुल हमले में मौत हुई थी।
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अफगानिस्तान में तालिबानों का कब्जा
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात दिनों दिन बिगड़ रहे हैं। 15 अगस्त को तालिबान के लड़ाके काबुल के अंदर घुस गए थे और राष्ट्रपति भवन को कब्जे में ले लिया था।
तालिबान ने राष्ट्रपति भवन पर लगाया अपना झंडा
तालिबान के आगे सरकार ने भी घुटने टेक दिए और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। जिसके बाद तालिबान ने राष्ट्रपति भवन पर अपना झंडा लगा दिया।
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