ऋषिकेश। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सात दिवसीय अखिल भारतीय चिंतन बैठक देहरादून जिले के अंतर्गत रायवाला में गंगा किनारे स्थित आरोवैली आश्रम में मंगलवार से शुरू हो गई। संघ प्रमुख मोहन भागवत के मार्गदर्शन में पहले दिन तीन सत्रों में संघ के विस्तार, आधुनिकीकरण जैसे विषयों पर मंथन हुआ। संघ के वरिष्ठ नेताओं ने देशभर से पहुंचे प्रमुख पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया।
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वहीं, आश्रम में योगी महर्षि अरविंद की भव्य प्रतिमा का अनावरण आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत ने किया। 11 अप्रैल तक चलने वाली चिंतन बैठक का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने किया। इससे पहले मंगलवार सुबह शाखा लगाई गई। जिसमें शारीरिक व्यायाम के साथ ही चिंतन बैठक की कार्ययोजना के बारे में सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया।
संघ की विचारधारा को तक पहुंचाने पर विमर्श
चिंतन बैठक में देशभर से चयनित संघ के 83 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इनमें सभी सह सरकार्यवाह, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य व क्षेत्र व प्रांत प्रचारक आदि मुख्य हैं। चिंतन बैठक का पहला सत्र उद्घाटन व परिचय का रहा। संघ प्रमुख मोहन भागवत व सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बैठक के उद्देश्यों पर विस्तार से रोशनी डाली। इसके बाद के सत्रों में सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक संघ की पहुंच बढ़ाने और इंटरनेट मीडिया समेत अन्य माध्यमों से संघ की विचारधारा को तक पहुंचाने पर विमर्श किया गया।
इसके साथ ही बीते वर्षों में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभाओं में लिए गए निर्णय और योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में भी मंथन हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि इस वर्ष देशभर में 105 स्थानों पर संघ की ओर से शिक्षा वर्ग तथा अन्य प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जाने हैं। आगामी सत्रों में वर्षभर के वर्गों के कार्यक्रम, बौद्धिक और शारीरिक प्रशिक्षण की विधि पर विमर्श किया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न प्रांतों में चल रहे कार्यों तथा विशेष उपक्रमों पर भी बैठक में चर्चा होगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष 2025 में अपनी स्थापना के 100 साल पूरे रहा है।