कुशीनगर। जिले के गोड़रिया स्थित एक संस्कृत विद्यालय में मंगलवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य कार चलाना सीख रहे थे, तभी अचानक वाहन से नियंत्रण खो बैठे और शिक्षिका को रौंदते हुए विद्यालय की चारदीवारी से जा टकराए। इस भीषण हादसे में शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गईं, जबकि विद्यालय में मौजूद कई छात्र-छात्राओं की जान बाल-बाल बची।
हादसे का विवरण
सूत्रों के मुताबिक, गोड़रिया के संस्कृत विद्यालय में नियमित शैक्षणिक कार्य चल रहे थे। इसी बीच प्रधानाचार्य ने विद्यालय परिसर में कार चलाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि वे कार चलाना सीख रहे थे और इसी दौरान वाहन अचानक तेज गति में आ गया। नियंत्रण खोने से कार सीधे विद्यालय की शिक्षिका साधना सिंह से जा टकराई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि शिक्षिका कुछ फीट दूर जाकर गिरीं और कार विद्यालय की चारदीवारी से जा टकराई, जिससे दीवार का एक बड़ा हिस्सा टूट गया। हादसे के तुरंत बाद विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बच्चे डर के मारे इधर-उधर भागने लगे, जबकि स्टाफ ने तत्काल घायल शिक्षिका को बाहर निकाला।
शिक्षिका की हालत गंभीर, पैर टूटा और शरीर पर गहरी चोटें
हादसे में शिक्षिका साधना सिंह को गंभीर चोटें आईं। उनका एक पैर टूट गया और कमर समेत शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोटें पाई गईं। स्टाफ के सदस्यों ने तुरंत उन्हें स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी स्थिति अभी गंभीर है लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है।
D.I.O.S. ने जताई नाराज़गी, मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही जिला विद्यालय निरीक्षक (D.I.O.S.) श्रवण गुप्ता तत्काल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल शिक्षिका से मुलाकात की और चिकित्सकों से उनके इलाज के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने विद्यालय प्रबंधन पर सख्त नाराज़गी जताई और कहा कि स्कूल परिसर में किसी भी प्रकार का वाहन चलाना सख्त वर्जित है।
डीआईओएस ने कहा,
“विद्यालय शिक्षण का स्थान है, ड्राइविंग ट्रेनिंग का नहीं। इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है। जिम्मेदारों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
इसके बाद शिक्षा विभाग और स्थानीय पुलिस की टीम ने विद्यालय पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू की।
पुलिस ने की जांच, कार जब्त
घटना की सूचना पर स्थानीय थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और वाहन को कब्जे में ले लिया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि प्रधानाचार्य कार चलाना सीख रहे थे और इसी दौरान यह हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि यदि स्कूल परिसर में वाहन चलाने की अनुमति नहीं थी, तो यह सीधे तौर पर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है।
पुलिस ने कहा कि फिलहाल घायल शिक्षिका के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।
बच्चों की जान बाल-बाल बची
हादसे के समय कई बच्चे विद्यालय परिसर में खेल रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार, यदि कार कुछ मीटर और आगे बढ़ जाती, तो कई बच्चों की जान जा सकती थी। मौके पर मौजूद एक शिक्षक ने बताया,
“हम सब कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कार तेजी से आई और साधना मैडम को टक्कर मार दी। गनीमत रही कि बच्चे उस समय दीवार के दूसरी ओर थे।”
ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा को लेकर सवाल
गांव के लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि स्कूल परिसर में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
ग्राम प्रधान और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी इस घटना पर दुख जताया है और घायल शिक्षिका के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
शिक्षा विभाग ने मांगी रिपोर्ट
घटना के बाद शिक्षा विभाग ने विद्यालय प्रबंधन से इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि जांच में लापरवाही पाई गई, तो प्रधानाचार्य और संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-
स्थान: गोड़रिया, कुशीनगर
-
घटना: प्रधानाचार्य ने कार चलाना सीखते समय शिक्षिका को टक्कर मारी
-
घायल: साधना सिंह (शिक्षिका), हालत गंभीर
-
नुकसान: चारदीवारी टूटी, कई बच्चे बाल-बाल बचे
-
कार्रवाई: कार जब्त, पुलिस और शिक्षा विभाग की जांच जारी
-
अधिकारियों की प्रतिक्रिया: डीआईओएस ने जताई नाराज़गी, रिपोर्ट मांगी गई
Hind News 24×7 | हिन्द न्यूज़ Latest News & Information Portal