उन्नाव से बड़ी खबर: महिला आयोग उपाध्यक्ष अपर्णा यादव का बयान — रघुराज प्रताप का समर्थन, मुकेश सहनी पर कड़ा हमला
उन्नाव से एक बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक घटनाक्रम की खबर सामने आई है, जहाँ उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने दर्जा प्राप्त मंत्री रघुराज प्रताप (राजा भैया) और वीआईपी पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी के विवादित बयानों पर खुलकर प्रतिक्रिया दी।
अस्पताल निरीक्षण के दौरान मरीजों से मिलीं, सुविधाओं की जानी हकीकत
अपर्णा यादव ने सबसे पहले जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न वार्डों का जायजा लेते हुए मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं, दवाई उपलब्धता, जांच व्यवस्था और स्टाफ की मौजूदगी को लेकर बातचीत की।
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ उनकी प्राथमिकता में हैं और ग्राउंड रियलिटी को समझना बेहद जरूरी है।
रघुराज प्रताप के बयान पर बोलीं — “कहीं न कहीं सत्यता है”
राजनीतिक सवालों पर बात करते हुए अपर्णा यादव ने दर्जा प्राप्त मंत्री रघुराज प्रताप के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा था कि:
“मस्जिद, एएमयू और मदरसे से आतंकवादी निकलते हैं, इन्हें बंद कर देना चाहिए।”
इस विवादास्पद टिप्पणी पर अपर्णा यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा—
“उन्होंने जो बोला है, कहीं न कहीं उनमें सत्यता है। लेकिन मैं यह साफ कर दूँ कि आतंकवाद किसी एक धर्म से जुड़ा मुद्दा नहीं होता। कहीं से भी, कोई भी व्यक्ति गलत रास्ते पर जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि समाज में गुमराह हुए लोगों को सुधारना जरूरी है, और यदि वे सुधार नहीं सकते, तो कानून के तहत दंडित किया जाना चाहिए।
मुकेश सहनी पर करारा हमला — “अजीबोगरीब बयान… राष्ट्रद्रोह जैसा”
बिहार चुनाव में शिकस्त खाने के बाद वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने आरोप लगाया था कि
“एनडीए ने महिलाओं को 10 हजार रुपये देकर चुनाव को प्रभावित किया… 10 हजार में बिहार सरकार मिल जाती है।”
इस पर अपर्णा यादव ने तीखी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा—
“इस प्रकार के अजीबोगरीब बयान नहीं देने चाहिए। चुनाव आयोग लोकतंत्र को बनाए रखने वाली सर्वोच्च संस्था है। उसके खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना राष्ट्रद्रोह जैसा है। मुकेश सहनी को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए।”
SIR बयान पर भी दी प्रतिक्रिया — “इससे वोट प्रतिशत बढ़ा”
अखिलेश यादव के SIR (Sensitive Inactive Registration) संबंधी टिप्पणी पर भी उन्होंने जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि देश की जनसंख्या रिकॉर्ड्स और मतदाता सूची की शुद्धता बेहद जरूरी है।
“SIR की वजह से बिहार में हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा भी है। यह प्रक्रिया हर जगह लागू होनी चाहिए और इससे चुनावी पारदर्शिता बढ़ती है।”
महिला सुरक्षा और सामाजिक सुधार पर जोर
अंत में उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा, शिक्षा और जागरूकता प्रदान करना समाज की मजबूती के लिए आवश्यक है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला संबंधित मामलों में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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