जालौन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित होने वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को लेकर जालौन प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जिले के सभी परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा, नकलरोधी और सुचारू संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए डीएम और एसपी ने खुद निरीक्षण किया। प्रशासन का यह कदम इस बात की गारंटी देता है कि परीक्षा शांतिपूर्वक और निष्पक्ष तरीके से संपन्न होगी।
मुख्य समाचार:
जालौन जिले में कुल 13 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ 5088 अभ्यर्थी अपनी किस्मत आज़माएंगे। परीक्षा 12 अक्टूबर को दो पालियों में आयोजित होगी।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्र व्यवस्थापकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में परीक्षा की गोपनीयता और नकल-रहित वातावरण से समझौता नहीं किया जाएगा।
डीएम पांडेय ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के मोबाइल, ब्लूटूथ या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की सख्त पाबंदी रहेगी। साथ ही अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए किराए की निर्धारित व्यवस्था की गई है, ताकि किसी को असुविधा न हो।
एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सीसीटीवी मॉनिटरिंग व रूट पेट्रोलिंग के माध्यम से हर गतिविधि पर सतत निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार किसी भी तरह की नकल पर प्रशासन बिल्कुल भी समझौता नहीं करेगा।
एंकर आउट्रो स्टाइल समापन:
जालौन प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जब बात पारदर्शिता और निष्पक्षता की हो, तो कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अब सबकी निगाहें 12 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा पर होंगी, जब हजारों अभ्यर्थी अपनी मेहनत और तैयारी की कसौटी पर उतरेंगे।
बाइट:
राजेश कुमार पांडेय, जिलाधिकारी, जालौन:
“हमने सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और सुचारू संचालन की पूरी व्यवस्था कर दी है। किसी भी स्थिति में परीक्षा के पारदर्शी और निष्पक्ष माहौल से समझौता नहीं होगा।”
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