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Rampur: फर्जी अस्पतालों में मचा हड़कंप, अलीशा हेल्थ केयर सेंटर सील — दर्जनों हॉस्पिटल-क्लिनिक हुए बंद, संचालक फरार

रामपुर। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रहे फर्जी अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस अभियान के तहत शाहबाद, सैफनी और आसपास के क्षेत्रों में कई अस्पतालों पर छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान रामपुर के सैफनी इलाके में संचालित “अलीशा हेल्थ केयर सेंटर” को टीम ने सील कर दिया, क्योंकि अस्पताल बिना किसी वैध पंजीकरण और दस्तावेजों के चलाया जा रहा था

मौके पर पहुंची टीम को अस्पताल से कोई भी वैध रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, डॉक्टर की डिग्री या मान्यता प्राप्त कागजात नहीं मिले। इस पर नोडल अधिकारी डॉ. देवेश चौधरी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया और संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

डर के साये में फर्जी अस्पताल संचालक फरार
स्वास्थ्य विभाग की इस छापामार कार्रवाई की खबर फैलते ही जिले भर के फर्जी हॉस्पिटल, क्लिनिक और नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मच गया। कई जगहों पर झोलाछाप डॉक्टर अपने अस्पतालों के ताले लगाकर फरार हो गए। ग्रामीण इलाकों में भी दर्जनों छोटे क्लिनिक और फर्जी नर्सिंग सेंटरों ने ताला डाल दिया है।

सीएमओ डॉ. दीपा सिंह ने दी सख्त चेतावनी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. दीपा सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जिले में किसी भी अस्पताल या क्लिनिक को बिना मान्यता या पंजीकरण के संचालित करने की अनुमति नहीं है। अगर कोई ऐसा अस्पताल या क्लिनिक अवैध रूप से चलता मिला तो उसे तुरंत सील कर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा

उन्होंने बताया,

“स्वास्थ्य सेवाओं से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिले में चल रहे सभी निजी अस्पतालों, क्लिनिकों और नर्सिंग होम की जांच की जा रही है। आज अलीशा हेल्थ केयर अस्पताल के खिलाफ शिकायत मिली थी, जिसकी जांच के बाद उसे सील किया गया है।”

डॉ. दीपा सिंह ने आम जनता से भी अपील की है कि वे इलाज के लिए हमेशा पंजीकृत अस्पतालों और प्रमाणित डॉक्टरों के पास ही जाएं, ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।

जिला प्रशासन की सख्त निगरानी जारी
इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अब जिले के अन्य इलाकों में भी छापेमारी अभियान जारी रखे हुए है। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही पूरे जिले में निजी अस्पतालों की लिस्ट सार्वजनिक की जाएगी, जिससे लोगों को यह जानकारी मिल सके कि कौन-से अस्पताल वैध हैं और कौन-से अवैध।

रामपुर में इस सख्त कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग की साख मजबूत हुई है और लोगों को यह भरोसा भी जगा है कि अब जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा।

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