Kakor: लद्दाख के सियाचिन क्षेत्र में बटालिक सेक्टर में तैनात जमौली गांव के जवान मोहित कुमार का हिमस्खलन में शहीद होना पूरे क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर गया। बुधवार को उनके पैतृक गांव जमौली में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
मोहित कुमार (25), पुत्र सुभाष चंद्र, वर्ष 2019 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और लद्दाख के बटालिक सेक्टर में ड्यूटी पर तैनात थे। बुधवार को अचानक सियाचिन में बर्फ का बड़ा ढांग गिर गया, जिसमें मोहित कुमार दब गए। तैनात अन्य जवानों ने उन्हें तुरंत बचाया और आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
शहीद मोहित कुमार की मौत की खबर सुनते ही उनके घर पर कोहराम मच गया। गांववासियों और परिजनों में गहरा शोक फैल गया। बुधवार को सेना के जवान फूलों की माला से सजी गाड़ी में मोहित कुमार का पार्थिव शरीर लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचे, जहां लोगों का भारी जनसैलाब जमा हो गया। इस दौरान उनके पिता सुभाष चंद्र, मां, भाई ज्ञानवती और परिवार के अन्य सदस्य भावुक नजर आए और रो-रोकर अपना दर्द व्यक्त किया।
मोहित कुमार की शवयात्रा पूरे गांव की परिक्रमा करने के बाद अंत्येष्टि स्थल पर पहुंची, जहां उन्हें सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। पिता सुभाष चंद्र ने शहीद पुत्र को मुखाग्नि दी। शहीद मोहित कुमार की अंतिम यात्रा में डीएम, एसपी, आर्मी कर्नल मैश कृष्णा उन्नी, विधायक प्रदीप यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वेश कठेरिया और नगर पंचायत कंचौसी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजू समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग शामिल हुए।
इस दुखद घटना ने पूरे इलाके में गहरा शोक और सैनिकों के परिवार के प्रति संवेदनाएं जगा दी हैं। मोहित कुमार का बलिदान हर भारतीय नागरिक के लिए गौरव और सम्मान का विषय है।
Hind News 24×7 | हिन्द न्यूज़ Latest News & Information Portal