Friday , December 5 2025

औरैया: शिक्षक दिवस पर बाल विकास स्कूल में बच्चों ने किया शिक्षकों का सम्मान, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बिखरी रौनक

जिला मुख्यालय ककोर स्थित शासन द्वारा मान्यता प्राप्त बाल विकास स्कूल में शिक्षक दिवस बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों ने अपने गुरुजनों के प्रति आदर और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया।

बच्चों में दिखा जोश और उत्साह

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्रांगण में की गई, जिसे बच्चों ने रंगोली, फूलों और सजावट से भव्य रूप प्रदान किया। सुबह से ही बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। छात्रों ने गीत, नृत्य, नाटक और कविताओं के माध्यम से शिक्षकों की भूमिका और उनके मार्गदर्शन का महत्व प्रस्तुत किया। एक सप्ताह पहले से ही इस कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी गई थी, जिसका नजारा समारोह में साफ तौर पर झलक रहा था।

शिक्षकों को उपहार और सम्मान

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपने शिक्षकों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद केक काटकर शिक्षकगणों ने सभी बच्चों को खिलाया। इस अवसर पर बच्चों ने शिक्षकों को गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता और उनके मार्गदर्शन में मिली सीख को जीवन का अमूल्य धरोहर बताया।

डॉ. राधाकृष्णन के आदर्शों का स्मरण

इस मौके पर वक्ताओं ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन व विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं, जो न सिर्फ छात्रों को ज्ञान देते हैं, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उनके अनुसार, गुरु और शिष्य का रिश्ता आदर, प्रेम और मार्गदर्शन का प्रतीक है।

शिक्षकों की गरिमामयी मौजूदगी

समारोह में स्कूल के प्रधानाचार्य विकास अवस्थी सहित संगीता, सुनील राजपूत, प्रशांत दुबे, रचना त्रिपाठी, सृष्टि राजपूत, चंदा राजपूत, दीप्ति तिवारी, अर्चना, गौरी दुबे, छाया सेंगर, लक्ष्मी कुशवाहा, जितेंद्र और आदेश कुशवाहा मौजूद रहे। सभी ने बच्चों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार, बाल विकास स्कूल में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम बच्चों के उत्साह, शिक्षकों के मार्गदर्शन और गुरु-शिष्य संबंधों की गहराई का प्रतीक बनकर सामने आया। यह आयोजन न केवल शिक्षा के महत्व को रेखांकित करता है बल्कि भविष्य की पीढ़ी को अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने की प्रेरणा भी देता है।

Check Also

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में “सिंदूर घोटाला”, दूल्हा-दुल्हन हैरान—अधिकारियों की सफाई पर उठे सवाल

जिला – गाज़ीपुररिपोर्ट – विकास शर्मा गाज़ीपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने …