Diwali 2024: दिवाली की सफाई में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें फेंकना अशुभ माना जाता है। अगर आप भी दिवाली की सफाई कर रहे हैं, तो इस लेख में बताई गई 7 चीजों को फेंकने से बचें, नहीं तो घर में दरिद्रता आ सकती है। आइए जानते हैं, क्या हैं ये 7 चीजें?
Diwali 2024: दीपावली की जगमग और चमकदार रोशनी से पहले, घर की सफाई का दौर खूब जोर-शोर से चलता है। इस दौरान हम अक्सर पुराने और बेकार सामानों को फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें फेंकना शुभ नहीं माना जाता? यदि आप भी दिवाली की सफाई कर रहे हैं, तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें। हम आपको बताएंगे कि कौन सी 5 चीजें हैं जिन्हें घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए। आइए जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में, जिन्हें दिवाली की सफाई के दौरान घर से बाहर निकालने घर में दरिद्रता आ जाती हैं।
दिवाली की सफाई में भूलकर भी न फेंकें ये 5 चीजें
पुराना शंख, कौड़ी आदि
शंख और कौड़ी को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। शंख को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से जोड़ा जाता है, जबकि कौड़ी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इनका उपयोग पूजा-पाठ में किया जाता है और ये धन और समृद्धि का प्रतीक माने जाते हैं। धनतेरस और दिवाली की सफाई के दौरान पूजा के सामान में अगर पुराना शंख या कौड़ी मिल जाए तो इसे भूलकर भी ना फेंकें। इन्हें फेंकने का मतलब है कि आप माता लक्ष्मी जी को फेंक रहे हैं।
दिवाली के समय झाड़ू नहीं फेंकनी चाहिए। हिन्दू घरों में झाड़ू का एक महत्वपूर्ण स्थान है और इसका सीधा संबंध माता लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। ऐसी मान्यता है कि दिवाली के समय झाड़ू फेंकने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में धन का अभाव हो सकता है। लेकिन यह ही ध्यान रखें कि घर में टूटी-फूटी झाड़ू भी नहीं रखनी चाहिए क्योंकि यह नकारात्मकता लाती है। इसलिए दिवाली के 5-6 दिनों बाद इसे फेंक सकते हैं।
लाल कपड़ा
दिवाली के समय भूलकर भी लाल कपड़ा नहीं फेंकना चाहिए, चाहे वह पुराना ही क्यों न हो। यदि यह लाल कपड़ा अलमारी में रखा है, तब तो इसे बिल्कुल नहीं फेंकें, क्योंकि वह सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। ये माता लक्ष्मी का बहुत ही प्रिय रंग है।
साफ-सफाई के समय अक्सर सिक्के मिल जाते हैं। कभी-कभी तो ऐसे सिक्के भी मिल जाते हैं, जो चलन में नहीं होते हैं। यदि ऐसा हो तब भी इन्हें भी नहीं फेंकना चाहिए। सिक्कों में माता लक्ष्मी का वास माना गया है। इन पुराने सिक्कों की भी दिवाली और धनतेरस के दिन पूजा की जाती है।
टूटी-फूटी पुरानी मूर्तियां
मूर्तियां भी इस लिस्ट में आती हैं। देवी-देवताओं की टूटी फूटी मूर्तियों को भी दिवाली के दिनों में घर से बाहर न फेंके। अगर आप ऐसा करते हैं, तो घर में दरिद्रता आती है।
पुराना हिसाब-किताब, बही-खाते
घर की साफ-सफाई में यदि पुराने हिसाब-किताब के पर्चे या बही-खाते मिल जाए, तो उसे न तो फाड़ें और न ही फेंकें। दिवाली के बाद इसका क्या करना है, ये सोच लीजिए, लेकिन धनतेरस और दिवाली के समय इन्हें न फेंकें। इससे मां लक्ष्मी रूष्ट हो जाती हैं और घर में धन हानि बढ़ जाती है।
पुरानी मोहर
अक्सर अपनी नाम या काम से जुड़ी मोहरें पुरानी होने पर काम के लायक नहीं रहती है और यूं ही दराजों में पड़ी रहती है। दिवाली की सफाई में दिखते ही इन्हें फेंकने का मन करता है। लेकिन इस समय इन्हें फेंकने इंसान की प्रतिष्ठा घटने की आशंका रहती है।