ज्वालादेवी मंदिर व बहेड़ी के नानकपुरी गुरुद्वारे को 4.5 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उधर, अलखनाथ मंदिर समेत जिले के छह धार्मिक स्थलों पर विकास कार्य शुरू हो गए हैं।
बरेली के भगवतीपुर स्थित ज्वालादेवी मंदिर व बहेड़ी के नानकपुरी गुरुद्वारे को 4.5 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। ज्वालादेवी मंदिर के विकास पर 1.24 करोड़ व नानकपुरी गुरुद्वारे के विकास पर 4.29 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए टेंडर निकाले गए हैं। जल्दी ही काम शुरू होने के आसार हैं। क्षेत्रीय विधायकों ने इन कार्यों के लिए संस्तुति की थी।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह ने बताया कि ज्वालादेवी मंदिर के विकास से संबंधित टेंडर 12 मार्च को खुलेगा। फर्म चयनित होने के बाद एक साल में काम पूरे कराए जाएंगे। नानकपुरी गुरुद्वारे के विकास से संबंधित टेंडर सात मार्च को खुलेगा।
दोनों धार्मिक स्थलों पर मल्टी परपज हॉल व टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण होना है। कुर्सियां बनेंगी। एलईडी लाइटों से परिसर को जगमग किया जाएगा। इंटरलॉकिंग भी कराई जाएगी। इन कार्यों के लिए राज्य पर्यटन विकास निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
छह धार्मिक स्थलों पर शुरू हो गए काम
जिले के धार्मिक स्थलों में पर्यटक सुविधाओं के विस्तार के लिए 17.95 करोड़ रुपये की परियोजना मंजूर हुई है। कैंट क्षेत्र के धोपेश्वरनाथ मंदिर परिसर में यात्री विश्राम गृह की नींव भर गई है। 20 फीसदी काम हो चुका है। टॉयलेट ब्लॉक, एलईडी लाइटें आदि लगाने का काम होना है।
बरेली के होटल राही के परिसर की बाउंड्रीवॉल बननी है। रेस्टोरेंट और हॉल के निर्माण के लिए 1.8 करोड़ रुपये की योजना मंजूर हुई है। बाउंड्रीवॉल का काम शुरू हो गया है। अहिच्छत्र व आगर-सागर ताल के विकास के लिए 1.5 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। यात्री विश्राम गृह का निर्माण शुरू हो गया है। टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण होना है।
अलखनाथ मंदिर परिसर में मल्टीपरपज हॉल, टॉयलेट ब्लॉक बनना है। परिसर में इंटरलॉकिंग होनी है। हॉल का निर्माण शुरू हो गया है। तुलसी मठ में यात्री शेड और परिक्रमा मार्ग का निर्माण शुरू हो गया है। रिछौला ताराचंद में संपर्क मार्ग, स्ट्रीट लाइट, टॉयलेट ब्लॉक और परिक्रमा मार्ग बनना है। 1.09 करोड़ की योजना पर काम शुरू हो चुका है।
यहां काम शुरू होने का इंतजार
बिथरी चैनपुर के भीठानाथ मंदिर परिसर में पर्यटक सुविधाएं विकसित करने के लिए 2.21 करोड़ रुपये की योजना मंजूर हुई है पर अभी काम शुरू नहीं हुआ है। मीरगंज ब्लॉक के ज्वालापुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर परिसर में 1.12 करोड़ रुपये के काम होने हैं। 12 मार्च को इसका टेंडर खुलेगा।