यमन स्थित हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटिश सेना ने बड़ा हमला किया है। जानकारी के मुताबिक अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने यमन के आठ स्थानों पर स्ट्राइक की है। इस हमले में हूती विद्रोहियों के 18 ठिकाने तबाह हो गए हैं। अमेरिका ने हूती विद्रोहियों को चेतावनी दी है कि वह अपने हमलों को तुरंत रोक दे। वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
अमेरिका और ब्रिटिश सेना द्वारा हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है। अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के 18 ठिकानों पर स्ट्राइक की है। अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने ये कार्रवाई लाल लागर और अदन की खाड़ी में हूती विद्रोहियों द्वारा जहाजों पर किए जा रहे हमले के जवाब में की है।
अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने 18 ठिकानों को किया तबाह
अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने शनिवार को यमन में एक दर्जन से अधिक हूती ठिकानों को तबाह किया है। अमेरिका ने यमन के सबसे अधिक आबादी वाले हिस्सों पर नियंत्रण रखने वाले हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया है। बयान में कहा गया है कि ये सैन्य कार्रवाई यमन में आठ स्थानों पर की गई है, जिसमें हूती विद्रोहियों के 18 ठिकानों को तबाह किया गया है। इनमें भूमिगत हथियार और मिसाइल भंडारण सुविधाएं, वायु रक्षा प्रणाली, रडार और एक हेलीकॉप्टर शामिल थे।
अमेरिका ने दी हूती विद्रोहियों को चेतावनी
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमले का मकसद ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ताकत को और कम करना है। ऑस्टिन ने कहा कि हम हूतियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी देता चाहते हैं कि अगर उन्होंने अपने अवैध हमलों को नहीं रोका तो उनके खिलाफ आगे भी ऐसी ही सैन्य कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिका और ब्रिटेन को मिला इन देशों का साथ
बता दें कि अमेरिका और ब्रिटिश सेना की इस कार्रवाई को ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा, डेनमार्क, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड का समर्थन मिला है। हूती विद्रोहियों द्वारा संचालित समाचार एजेंसी अल मसीरा टीवी ने शनिवार को कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने राजधानी सना में सिलसिलेवार हमले किए हैं।