पचौमी गांव निवासी किसान सत्यपाल अपने खेत में बुनियाद भरवाने के लिए खोदाई करा रहे थे। इसी दौरान खेत में प्राचीन अवशेष मिले हैं।
बरेली के फरीदपुर क्षेत्र के पचौमी गांव में खेत की खोदाई के दौरान मूर्ति के अवशेष और घड़े की आकृति जैसी वस्तु मिली है। इसकी सूचना पर पहुंचे तहसील प्रशासन ने पुरातत्व विभाग की टीम को सूचना दी। मूर्ति के अवशेष व घड़ा 1500 साल पुराना होने का दावा किया जा रहा है।
फरीदपुर क्षेत्र के पचौमी गांव स्थित भगवान शिव का मंदिर है। लोगों का कहना है कि यह मंदिर महाभारतकाल के दौरान का है। मान्यता के अनुसार पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां पर अपना समय बिताया और यहां शिवलिंग की स्थापना कर पूजा आराधना की थी।
पचौमी गांव ऊंचे टीले पर बसा हुआ है। शनिवार को गांव के सत्यपाल मंदिर के पास अपने खेत में बुनियाद भरने के लिए खोदाई कर रहे थे। इसी दौरान वहां पर मूर्ति के अवशेष निकले और लाल रंग की शिला भी निकली। पास में ही खोदाई करने पर घड़े की आकृति जैसी वस्तु भी निकली।
इसकी खबर फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। मूर्ति के अवशेष व अन्य वस्तु देखकर लोग हैरान रह गए। सूचना पर पहुंचे तहसील प्रशासन ने कहां पर खोदाई रुकवा दी और जमीन से निकले अवशेष सुरक्षित रखवाए। प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को सूचना दी है।