अलग-अलग कारणों से आंगनवाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं को कई बार एकमुश्त हटाया जाता रहा है। उनकी सेवा वापसी और मानदेय वृद्धि की मांग पर पिछले दिनों भी बड़ा आंदोलन हुआ था। अब सीएम नीतीश कुमार ने इन्हें चुनावी साल में बड़ा तोहफा दिया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले एक तरफ बिहार में नौकरियों की बहार है। शिक्षकों की बिहार लोक सेवा आयोग के जरिए भर्ती हो रही है तो मेडल लाकर खिलाड़ी सीधे नियुक्ति पत्र हासिल कर रहे हैं। इस बहती गंगा का फायदा आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इनके मानदेय में अच्छी और सम्मानजनक वृद्धि का भरोसा दिलाया है। इसके साथ ही 18 हजार 219 उन सेविकाओं-सहायिकाओं को पुनर्बहाल करने का आश्वासन मिला है, जो समय-समय पर किसी कारणवश एकमुश्त चयनमुक्त कर दी गई थीं। पिछले दिनों भी आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं ने कई बार अपनी मांगों के साथ आंदोलन किया था। अब इनके शिष्टमंडल ने सीएम से मुलाकात की, तो यह रास्ता सामने आया।
मुख्यमंत्री ने मुलाकात के बाद क्या कहा, जानें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 1 अणे मार्ग स्थित ‘लोक संवाद’ में शनिवार को बिहार राज्य के आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के शिष्टमंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की। शिष्टाचार मुलाकात के क्रम में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं ने अपनी समस्याए मुख्यमंत्री के सामने रखीं। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की समस्याओं को सुनने के बाद कहा- “राज्य में आंगनबाड़ी सेवाओं में बेहतरी के लि, कई कदम उठाए गए हैं। आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में समय-समय पर वृद्धि की जाती रही है। आप सबने जो मांग की है, उसके आधार पर आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जाएगी। जो आंगनबाड़ी सेविकाएं एवं सहायिकायें हड़ताल अवधि में चयनमुक्त कर दी गई थीं, उनकी वापसी की जाएगी।”
कई मंत्री और अफसर उपस्थित रहे इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, समेकित बाल विकास सेवाएं के निदेशक कौशल किशोर उपस्थित थे।