मोहनलाल गौतम महिला अस्पताल में 20 नवंबर को हुए घटनाक्रम में 22 नवंबर को भाजपाई डॉक्टर पर मुकदमे के लिए बन्नादेवी थाने पहुंच गए। उन्होंने हंगामा करते हुए डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। सीओ ने उन्हें काफी देर तक समझाया और जांच के आधार पर कार्रवाई का भरोसा देकर वापस भेज दिया।
20 नवंबर को महिला अस्पताल में प्रसव के दौरान बच्ची की मौत पर जमकर हंगामा हुआ था। इस दौरान भाजपाइयों ने महिला डॉक्टर पर इरादतन हत्या का आरोप लगाकर जमकर खरीखोटी सुनाई थी। मामले में थाने में तहरीर भी दी गई थी। हालांकि देर रात तक दोनों ओर से माफी के प्रयास हुए थे मगर पीड़ित पक्ष तहरीर देकर गया था।
इसी मामले में डॉक्टर संग अभद्रता का आरोप लगाकर 21 नवंबर सुबह अस्पताल स्टाफ व अन्य डॉक्टर उग्र हो गए। सुबह से ओपीडी में कार्य बहिष्कार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसी मामले में भाजपाई संजू बजाज की अगुवाई में थाने पहुंचे और मामले में मुकदमे की मांग करते हुए हंगामा किया। काफी देर तक चले हंगामे की खबर पर सीओ द्वितीय मौके पर आ गए। उन्होंने घंटों तक बातचीत के बाद उन्हें समझाया। तब जाकर भाजपाई वापस गए। सीओ ने उन्हें जांच का भरोसा देकर वापस भेजा है।